
बिजली के तारों में लिपटा मिला इंजीनियर का शव, डिप्रेशन का चल रहा था इलाज
AajTak
चेन्नई में 38 वर्षीय इंजीनियर का शव उसके ही घर में बिजली के तारों में लिपटा मिला. मृतक के परिजनों को संदेह है कि काम के दबाव के कारण डिप्रेशन में उसने बिजली का करंट लगाकर आत्महत्या की है. वहीं, पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम लिए भेजकर मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है.
तमिलनाडु के चेन्नई में 38 वर्षीय इंजीनियर का शव उसके ही घर में बिजली के तारों में लिपटा मिला. सूचना पर पहुंची थलांबूर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए क्रोमपेट सरकारी अस्पताल भेज दिया. वहीं, मृतक के परिजनों को संदेह है कि काम के दबाव के कारण डिप्रेशन में उसने बिजली का करंट लगाकर आत्महत्या की है.
जानकारी के मुताबिक, मृतक की पहचान 38 वर्षीय इंजीनियर कार्तिकेयन के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि कार्तिकेयन काम के दबाव से डिप्रेशन में था, जिसका वह इलाज करवा रहा था. वहीं, गुरुवार को कार्तिकेयन की पत्नी जयारानी थिरुनल्लारु मंदिर से लौटी. इसके बाद उसने बार-बार दरवाजा खटखटाया.
ये भी पढ़ें- बेंगलुरु में युवक ने ट्रैक पर कूदकर आत्महत्या की कोशिश, 15 मिनट तक मेट्रो सेवा बाधित
पत्नी ने देखा कि खटखटाने के बाद भी कार्तिकेयन घर का दरवाजा नहीं खोला, तो पत्नी ने दूसरे चाबी से दरवाजा खोला. फिर जयारानी को कार्तिकेयन को बिजली के तारों में लिपटा हुआ देखकर झटका लगा, जो बिजली के लाइन से जुड़े थे. इसके बाद मामले की जानकारी थलांबूर पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्तिकेयन के शव को पोस्टमार्टम के लिए क्रोमपेट सरकारी अस्पताल भेज दिया. वहीं, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है.
नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति को रूसी भाषा में भगवद गीता का एक विशेष संस्करण भेंट किया है. इससे पहले, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति को भी गीता का संस्करण दिया जा चुका है. यह भेंट भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को साझा करने का प्रतीक है, जो विश्व के नेताओं के बीच मित्रता और सम्मान को दर्शाता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कई अनोखे और खास तोहफे भेंट किए हैं. इनमें असम की प्रसिद्ध ब्लैक टी, सुंदर सिल्वर का टी सेट, सिल्वर होर्स, मार्बल से बना चेस सेट, कश्मीरी केसर और श्रीमद्भगवदगीता की रूसी भाषा में एक प्रति शामिल है. इन विशेष तोहफों के जरिए भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को दर्शाया गया है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.







