बंगाल में ममता की जीत से ऑक्सीजन! विपक्ष की एकछत्र नेता बनेंगी 'दीदी'
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तीसरी बार पश्चिम बंगाल का चुनाव जीतकर ममता ने ये साबित कर दिया कि राज्य में उनसे लोकप्रिय नेता कोई और नहीं है. लेकिन क्या बंगाल जीतकर अब ममता दिल्ली कूच करेंगी? क्योंकि ममता ने तीसरी बार बहुमत हासिल कर एकाएक अपना कद राष्ट्रीय राजनीति में बढ़ा लिया है.
पश्चिम बंगाल में एकबार फिर से टीएमसी का परचम लहराया है. बंगाल चुनाव में ममता बनर्जी की जीत से विपक्ष को ऑक्सीजन मिलता नजर आया है. कई राज्यों में गैर बीजेपी पार्टियों की सत्ता खिसकने के बाद बंगाल में भी कयास लगाए जा रहे थे कि शायद बीजेपी इस बार बंगाल की सत्ता अपने नाम कर ले लेकिन बंगाल की जनता ने दीदी को एक बार फिर सत्ता सौंपी है. ममता की इस जीत से उनका राजनीतिक कद भी बढ़ा है और विपक्ष के एकछत्र नेता के तौर पर उनकी दावेदारी मजबूत हुई है. तीसरी बार पश्चिम बंगाल का चुनाव जीतकर ममता ने ये साबित कर दिया कि राज्य में उनसे लोकप्रिय नेता कोई और नहीं है. लेकिन क्या बंगाल जीतकर अब ममता दिल्ली कूच करेंगी ? क्योंकि ममता ने तीसरी बार बहुमत हासिल कर एकाएक अपना कद राष्ट्रीय राजनीति में बढ़ा लिया है.लोकसभा चुनाव के 7वें और अंतिम दौर में पंजाब की 13 सीटों पर मतदान होना है. नेता पंजाब में धुआंधार रैलियां कर रहे हैं. इसी बीच लुधियान में 84 दंगा पीड़ितों ने राहुल गांधी की रैली से पहले प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया. वहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे चुनाव प्रचार में बीजेपी पर जमकर निशाना साधते नजर आए. देखें पंजाब आजतक.
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