बंगाल: दुनिया के सबसे बुजुर्ग बाघ की मौत, अगस्त में मनाया जाना था 27वां जन्मदिन
AajTak
पश्चिम बंगाल के सुंदरवन में दुनिया के सबसे बुजुर्ग बाघ की मौत हो गई है. बाघ पर मगरमच्छ ने हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया था. इसके बाद से उसे टाइगर पुनर्वासन केंद्र में रखा गया था. बाघ की उम्र करीब 27 साल थी. अगले महीने उसका जन्मदिन मनाया जाना था.
दुनिया के सबसे बुजुर्ग बाघ की मौत हो गई है. राजा नाम के इस बाघ को पश्चिम बंगाल स्थित अलीपुरद्वार के टाइगर पुनर्वासन केंद्र में रखा गया था. बाघ की उम्र 26 साल, 10 महीने और 18 दिन थी. बताया जा रहा है कि 23 अगस्त को 'राजा' का 27वां जन्मदिन मनाया जाना था और वन विभाग की ओर से राजा के जन्मदिन को धूमधाम से मनाने की तैयारी भी कर ली गई थी.
2006 में मगरमच्छ के हमले में हुआ था घायल
वन विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि साल 2006 से राजा नाम के इस बाघ को सुंदरवन से घायल हालत में पकड़ा गया था. तब से इसे टाइगर पुनर्वासन केंद्र में रखा गया था. वन विभाग की ओर से जानकारी दी गई कि सुंदरवन में मातला नदी पार करने के दौरान मगरमच्छ ने हमला कर दिया था जिससे राजा का पिछला हिस्सा बुरी तरह घायल हो गया था.
पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले स्थित सुंदरबन में बाघों की संख्या 96 थी. राजा की मौत के बाद ये संख्या घटकर 95 हो गई है. चार साल बाद नवंबर 2019 से लेकर जनवरी 2020 तक बाघों की गणना कराई गई थी. गणना में सुंदरवन में 96 बाघों के होने की जानकारी मिली थी. इससे पहले सुंदरवन में 88 बाघों के होने का अनुमान लगाया गया था.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.