
पश्चिम बंगाल चुनाव को लेकर एक्टिव मोड में आई BJP, संघ के साथ समन्वय बैठक में बनाई रणनीति
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पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी कोई चांस नहीं लेना चाहती. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष और पश्चिम बंगाल इकाई के नेताओं ने संघ के साथ समन्वय बैठक कर चुनावी रणनीति पर मंथन किया.
पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं. सूबे की मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधानसभा चुनाव में कमल खिलाने के लिए अभी से ही चुनावी रणनीति तैयार करने में जुट गई है. बीजेपी पश्चिम बंगाल इकाई ने चुनावी तैयारियों को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के साथ मंथन किया. बंगाल बीजेपी और संघ के बीच समन्वय बैठक का एक दौर पूरा हो गया है.
पश्चिम बंगाल बीजेपी और संघ के बीच समन्वय बैठक का उद्देश्य 2026 के विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी रणनीति का खाका तैयार करना और संगठन की रणनीति तैयार करना बताया जा रहा है. संघ और बीजेपी नेताओं की यह मैराथन समन्वय बैठक दो दिन चली. इस बैठक की शुरुआत 17 सितंबर, बुधवार की रात हुई थी, जिसमें बीजेपी की ओर से राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष, पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष समिक भट्टाचार्य और विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी शामिल हुए.
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में पार्टी संगठन को मजबूत करने के साथ ही उसके विस्तार और 2021 चुनाव के बाद पार्टी के विकास में आई बाधाओं को दूर करने के लिए रोडमैप पर चर्चा हुई. संघ के साथ पश्चिम बंगाल बीजेपी की इस समन्वय बैठक में विजयादशमी (2 अक्टूबर) को संघ के शताब्दी समारोह और सूबे में एसआईआर के कार्यान्वयन जैसे राजनीतिक रूप से संवेदनशील मुद्दों पर भी बातचीत हुई.
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बीजेपी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि 2026 की चुनावी फाइट से पहले पार्टी और संघ के बीच तालमेल सुनिश्चित करने के साथ ही समन्वय पर फोकस है. बीजेपी किसी भी बिंदु को लेकर कोई चांस नहीं लेना चाहती. पश्चिम बंगाल बीजेपी और संघ का मंथन गुरुवार की रात समाप्त हुआ.
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