
पश्चिमी यूपी से पूर्वांचल, अवध से बुंदेलखंड तक, कैसे कमल की फसल को खाद दे रहे पीएम?
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के ताबड़तोड़ दौरे कर रहे हैं ताकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश से पूर्वांचल तक और अवध से बुंदेलखंड तक 2014 से लहलहा रहे कमल की फसल को 2022 के लिए पर्याप्त खाद-पानी दिया जा सके. कुछ ही महीने बाद उत्तर प्रदेश में चुनाव हैं. सूबे की सियासी चौसर पर भाजपा लगातार दूसरी जीत सुनिश्चित करने के लिए विपक्ष के खिलाफ अपने तरकश में किसान, विकास और आस्था के अचूक शस्त्रों के साथ अब राष्ट्रवाद का हथियार सजाने में जुट चुकी है. महारानी लक्ष्मी बाई की जयंती पर रक्षा मंत्रालय और राज्य सरकार ने जिस तरह से मिलकर राष्ट्र रक्षा पर्व मनाया उसे बीजेपी के वोट बैंक को मजबूत करने की कवायद माना जा रहा है. देखें ये वीडियो.

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









