
नेपाल ही नहीं दुनिया के इन देशों में भी लग चुकी हैं सोशल मीडिया पर बंदिशें, अमेरिका में TikTok पर अब भी बहस जारी
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नेपाल मं सोशल मीडिया बैन के बाद पूरी दुनिया के सामने सोशल मीडिया के प्रजेंस को बड़ी चुनौती के सामने रख दिया है. इससे पहले भी कई देश सोशल मीडिया पर बैन लगा चुके हैं. सबने अपने रीजंस बताए और जनता के किसी विरोध के बगैर सरकारों को कोई बड़ा विरोध नहीं झेलना पड़ा. लेकिन नेपाल आज एक नजीर बनकर उभरा है.
सोशल मीडिया ने आज के दौर में संवाद, मनोरंजन और व्यवसाय के लिए अहम भूमिका निभाई है. साथ ही साथ नेपाल की तरह कई देशों ने सुरक्षा, राजनीति और सांस्कृतिक कारणों से इन प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध भी लगाए गए हैं. लेकिन जिस तरह का तीखा रिएक्शन नेपाल से आ रहा है, वैसा कहीं से भी नहीं मिला. आइए जानते हैं कि किन देशों ने कौन से प्लेटफॉर्म्स को क्यों बैन किया है और अमेरिका में TikTok के भविष्य पर क्या बहस चल रही है.
इन देशों में लग चुका है सोशल मीडिया प्रतिबंध
चीन का ग्रेट फायरवॉल चीन में 'ग्रेट फायरवॉल' के तहत कई पश्चिमी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे Facebook, Instagram, Twitter, YouTube और WhatsApp बैन हैं. ये कदम राजनीतिक असंतोष और सूचना नियंत्रण को लेकर उठाए गए हैं. चीन में इसके स्थान पर WeChat, Sina Weibo और Douyin (TikTok का चीनी संस्करण) जैसे प्लेटफॉर्म्स हैं.
भारत में टिकटॉक और पबजी पर बैन भारत ने जून 2020 में 59 चीनी ऐप्स जिनमें TikTok और WeChat प्रमुख थे, राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर बैन किए थे. सरकार का कहना था कि ये ऐप्स यूजर्स का डेटा चोरी कर सकते हैं. पबजी पर भी बैन हिंदुस्तानियों ने देखा.
ईरान में फेसबुक यूट्यूब तक बैन ईरान में Facebook, Twitter, YouTube और Telegram जैसे प्लेटफॉर्म्स 2009 से बैन हैं. सरकार का कहना है कि ये प्लेटफॉर्म्स राजनीतिक असंतोष फैलाने और विदेशी प्रभाव बढ़ाने का काम करते हैं.
तुर्की में व्हाट्सऐप पर भी बैन लगा तुर्की में 2025 में X (पूर्व में Twitter), YouTube, Instagram, Facebook, TikTok और WhatsApp जैसी प्रमुख सोशल मीडिया साइट्स पर प्रतिबंध लगाए गए थे. यह कदम मुख्य विपक्षी पार्टी के विरोध प्रदर्शन के आह्वान के बाद उठाया गया.

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