
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बदले गए ये 5 नियम, भीड़ को काबू में करने के लिए अब छठ पूजा वाला फॉर्मूला
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New Delhi Station New Rule: अब रेलवे प्रशासन ने भीड़ को देखते हुए 5 बड़े फैसले लिए हैं. अगर आप भी नई दिल्ली स्टेशन से सफर करने वाले हैं तो फिर इस बदलाव के बारे में जान लें.
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात मची भगदड़ के बाद अब रेलवे प्रशासन की ओर से कई बड़े फैसले लिए गए हैं. ताकि भीड़ बढ़ने पर कोई हादसा न हो. क्योंकि अभी भी महाकुंभ जाने वालों की भीड़ कम नहीं हो रही है और ये भीड़ 26 फरवरी तक रह सकती है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार को हुए हादसे में 18 लोगों की जानें चली गई थीं.
इस हादसे की जांच शुरू हो गई, आखिर नई दिल्ली जैसे रेलवे स्टेशन पर कैसे अफरा-तफरी मच गई, और हालात को काबू करने में कहां कमी रह गई. किसकी गलती थी? इस बीच अब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सुरक्षा और बढ़ा दी गई है. रविवार को दिनभर नई दिल्ली स्टेशन पर रेलवे के अधिकारियों का आना-जाना लगा रहा. अब रेलवे प्रशासन ने भीड़ को देखते हुए 5 बड़े फैसले लिए हैं. अगर आप भी नई दिल्ली स्टेशन से सफर करने वाले हैं तो फिर इस बदलाव के बारे में जान लें.
1. प्लेटफॉर्म टिकट बंद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए नई दिल्ली स्टेशन पर अब प्लेटफॉर्म टिकट नहीं मिलेंगे. रेलवे प्रशासन ने बताया कि 26 फरवरी तक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्लेटफॉर्म टिकटों की काउंटर से बिक्री को बंद कर दिया गया है, क्योंकि महाकुंभ जाने वाले यात्रियों की भीड़ अभी भी काफी है. केवल बुजुर्गों को छोड़ने के लिए ही स्टेशन के अंदर परिजनों को जाने दिया जाएगा. 2. टिकट देखने के बाद ही प्लेटफॉर्म पर एंट्री स्टेशन के बाहर बैरिकेडिंग बढ़ा दी गई है. जहां आरपीएफ जवानों को तैनात किया गया है, रेलवे स्टॉफ की भी संख्या बढ़ा दी गई है. टिकट देखने के बाद ही यात्रियों को अंदर जाने दिया जा रहा है. इसके लिए एंट्री प्वाइंट पर टीटी और आरपीएफ की तैनाती की गई है. कंफर्म टिकट होने के बावजूद भी यात्रियों को ट्रेन की टाइमिंग देखकर ही अंदर जाने दिया जा रहा है, ताकि अंदर भीड़ ज्यादा न हो.
3. ट्रेन आने से पहले कतार की व्यवस्था नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर ट्रेन आने से पहले यात्रियों की लाइन लगाई जा रही हैं, खासकर जनरल और स्लीपर कोच में चढ़ने वाले यात्रियों की भीड़ को काबू में करने के लिए सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गई है, ताकि अफरा-तफरी न मचे. यहां से बिहार-झारखंड जाने वाली सभी ट्रेनों के यात्रियों को कतार से अंदर जाने की अनुमति दी जा रही है.
4. बाहर वेटिंग एरिया (छठ पूजा की तरह) हमेशा से छठ पूजा के दौरान रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की संख्या बढ़ जाती हैं, जिस कंट्रोल करने के लिए स्टेशन के बाद वेटिंग एरिया बनाया जाता है, ताकि जिन यात्रियों की ट्रेन में देरी है, या फिर जो जनरल टिकट लेकर जाने वाले हैं, वो बाहर इंतजार करें. ट्रेन आने से पहले रेलवे की ओर से उन्हें सूचित कर दिया जाता है. जिससे प्लेटफॉर्म पर वहीं यात्री होते हैं, जिनकी ट्रेन आने वाली होती हैं. रेलवे प्रशासन ने यात्रियों के लिए अलग-अलग जगह पर वेटिंग एरिया बना रही है.
5. प्लेटफार्म 15-16 पर एस्केलेटर बंद भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुराने SHO को ड्यूटी पर लगाई है, जिन्हें भीड़ नियंत्रित करने का अनुभव है. रेलवे स्टेशन के बाहर भी पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है. इसके अलावा स्टेशन के अंदर प्लेटफॉर्म पर उतरने-चढ़ने वाली सीढ़ियों पर भी सुरक्षाबलों की तैनाती है. प्लेटफॉर्म नंबर 14,15 पर यात्रियों की सुविधा के लिए लगे दोनों एस्केलेटर (Escalators) को फिलहाल सीढ़ियों में तब्दील कर दिया गया है. क्योंकि हादसे के दिन एक खराब था, जिससे उसके आसपास बैरिकेडिंग कर उसे बंद कर दिया गया था.

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