
दिल्ली: रिश्वत खाने के आरोपी पुलिस अधिकारी से CBI दो दिन करेगी पूछताछ
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सीबीआई के मुताबिक पांच साल पहले 2018 में एक रियल स्टेट फर्म के एमडी निर्मल सिंह भंगू के खिलाफ एक करोड़ 20 लाख रुपए लेकर फ्लैट ना देने के आरोप में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया था. इन आरोपी पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई ना करने और रियायत बरतने के लिए रिश्वत में 25 लाख रूपये मांगे थे.
साढ़े चार लाख रिश्वत खाने के आरोपी पुलिस अधिकारी से सीबीआई दो दिन पूछताछ करेगी. घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार बाराखंभा रोड पुलिस स्टेशन में तैनात उप-निरीक्षक राजेश यादव को कोर्ट ने दो दिन की CBI हिरासत में भेजा है. राउज एवेन्यू कोर्ट में राजेश यादव को अब 16 नवंबर को CBI पेश करेगी. सीबीआई ने राजेश यादव की तीन दिन की हिरासत की मांग की थी लेकिन कोर्ट ने दो दिन की हिरासत का आदेश दिया.
सीबीआई ने दिल्ली पुलिस के उप निरीक्षक राजेश यादव को 4.5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा था. सीबीआई ने यह कार्रवाई मेसर्स पर्ल कंपनी में कार्यरत शिकायकर्ता की शिकायत पर की थी. पकड़े गए आरोपी सब इंस्पेक्टर नई दिल्ली में कनॉट प्लेस इलाके के बाराखंभा रोड पुलिस थाने में तैनात हैं. CBI ने कोर्ट को बताया कि मामले में एक आरोपी सब इंस्पेक्टर वरुण चीची अभी फरार चल रहा है, उसको भी पकड़ना है.
सीबीआई के मुताबिक पांच साल पहले 2018 में एक रियल स्टेट फर्म के एमडी निर्मल सिंह भंगू के खिलाफ एक करोड़ 20 लाख रुपए लेकर फ्लैट ना देने के आरोप में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया था. इन आरोपी पुलिस अधिकारियों ने कार्रवाई ना करने और रियायत बरतने के लिए रिश्वत में 25 लाख रूपये मांगे थे. पिछले पखवाड़े पर्ल कंपनी में कार्यरत शिकायतकर्ता बाराखंभा रोड पुलिस थाने में रखे गए अपने एमडी निर्मल सिंह भंगू को दवा देने गया था. उस वक्त निर्मल सिंह भंगू को तिहाड़ जेल से लाया गया था. आरोप है कि वहां सब इंस्पेक्टर चीची और यादव ने निर्मल सिंह भंगू को धमकाया कि वो शिकायतकर्ता और उसके बेटी और दामाद को भी इस धोखाधड़ी के मामले में फंसा देंगे.
आरोपी सब इंस्पेक्टर ने धमकी के साथ यह भी कहा कि अगर 25 लाख रुपये दोगे तो हम कार्रवाई नहीं करेंगे. मामले की शिकायत सीबीआई से की गई तो एजेंसी ने रिश्वत दिए जाने की तय जगह यानी इंस्पेक्टरों के आसपास अपना जाल बिछा दिया. आरोपी सब इंस्पेक्टर ने पहली किस्त के तौर पर शिकायतकर्ता से 5 लाख रूपये मांगे थे.
तय शर्त के मुताबिक पहली किस्त के रूप में साढ़े चार लाख रुपये आरोपी सब इंस्पेक्टर राजेश यादव को शिकायतकर्ता ने दिए. रुपए लेते ही सीबीआई ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया. इस साजिश में शामिल दूसरे सब इंस्पेक्टर वरुण चीची को भी पकड़ा गया.

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