
दिल्ली में सीट जिताऊ उम्मीदवार की तलाश या खरमास का असर? BJP ने अब तक जारी क्यों नहीं की उम्मीदवारों की लिस्ट
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बीजेपी सूत्रों का कहना है कि पार्टी किसी भी दबाव में नहीं आएगी. हमारे पास आंतरिक प्रक्रिया है जो उम्मीदवारों के चयन को तय करती है. एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 5 जनवरी की रैली के बाद केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) बैठक में उम्मीदवारों का चयन होगा.
दिल्ली विधानसभा चुनाव का दंगल सज गया है. आम आदमी पार्टी ने जहां सभी कैंडिडेट्स के नाम का ऐलान कर दिया है, वहीं कांग्रेस ने 2 लिस्ट जारी कर कुछ सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है, लेकिन इस मामले में बीजेपी थोड़ी पीछे नजर आ रही है. भाजपा अभी भी अपने उम्मीदवारों के चयन पर विचार कर रही है. भाजपा के उम्मीदवारों की लिस्ट में देरी की कई वजहें हो सकती हैं. आइए इस पर सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं...
जिताऊ कैंडिडेट को लेकर मंथन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद दिल्ली में बीजेपी को हर सीट से कई उम्मीदवारों के आवेदन मिले. पार्टी सूत्रों के अनुसार लगभग हर विधानसभा क्षेत्र से 30 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए. किरारी और बुराड़ी विधानसभा सीटों से क्रमशः 35 और 38 आवेदन आए हैं कुल मिलाकर पार्टी को अबतक 2100 से ज्यादा एप्लीकेशन मिल चुके हैं.
आंतरिक मतभेद टालने की कोशिश
बीजेपी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि विद्रोही उम्मीदवार पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशियों की संभावनाओं को नुकसान न पहुंचाएं. इसलिए पार्टी विद्रोहियों को सीमित समय देना चाहती है.
AAP के दबाव में नहीं आएगी बीजेपी
बीजेपी सूत्रों का कहना है कि पार्टी किसी भी दबाव में नहीं आएगी. हमारे पास आंतरिक प्रक्रिया है जो उम्मीदवारों के चयन को तय करती है. एक वरिष्ठ बीजेपी नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 5 जनवरी की रैली के बाद केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) बैठक में उम्मीदवारों का चयन होगा.

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