दिल्ली में खतरे के निशान के ऊपर यमुना, हिमाचल में सतलुज और ब्यास नदी में आया सैलाब
AajTak
देशभर में बारिश की गतिविधियां देखने को मिल रही हैं. लगातार हो रही बारिश के चलते नदियां भी उफान पर हैं. दिल्ली में यमुना नदी ने आज (सोमवार) खतरे के निशान को पार कर दिया है तो वहीं, सतलुज भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है.
देशभर के ज्यादातर राज्यों में मॉनसून की बारिश आफत बनकर बरस रही है. मैदानी से लेकर पहाड़ी इलाकों तक हो रही मूसलाधार बारिश के चलते आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो रहा है. पहाड़ों से लैंडस्लाइड की खबरें सामने आ रही हैं तो वहीं, मैदानी इलाकों में जगह-जगह बरसात का पानी भर जाने से लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. देश की राजधानी नई दिल्ली में लगातार हो रही बारिश और हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से छोड़े गए पानी की वजह से दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. आज (सोमवार) शाम पांच बजे यमुना खतरे के निशान को क्रॉस कर गई. हिमाचल प्रदेश में भी नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं.
नई दिल्ली में यमुना खतरे के निशान के ऊपर नई दिल्ली में यमुना नदी भी खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है. माना जा रहा था कि कल यानी 11 जुलाई को यमुना खतरे के निशान को पार करेगी, लेकिन आज (सोमवार) शाम पांच बजे ही दिल्ली में यमुना खतरे के निशान के ऊपर पहुंच गई है. खतरे को देखते हुए यमुना नदी के पास रह रहे लोगों को वहां से हटाया जा रहा है. बता दें, शाम पांच बजे यमुना का जलस्तर 205.40 मीटर दर्ज किया गया.
सीडब्ल्यूसी के बाढ़-निगरानी पोर्टल के मुताबिक, 205.33 मीटर के ऊपर जब यमुना बहती है तो उसे खतरे के निशान के ऊपर माना जाता है. हाथिनीकुंड बराज से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण यमुना खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. सोमवार शाम चार बजे के करीब हाथिनी कुंड बराज से यमुना में 2 लाख 18 हजार 351 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था.
यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. इसको देखते हुए दिल्ली सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है. इससे पहले राजधानी में 1978 और 2010 में बाढ़ आई थी. उस समय कई इलाकों में पानी भर गया था. 1978 में यमुना में दो लाख 24 हजार 390 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था.
खतरे के निशान के ऊपर बह रहीं नदियां हिमाचल प्रदेश में ब्यास और पारबती नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. कुल्लू पुलिस ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वो नदी के किनारे न जाएं. पुलिस ने लोगों को घरों के अंदर रहने की अपील भी की है. इसी के साथ शिमला से 50 किमी दूर सुन्नी में सतलुज नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.
शिमला जिले में तीन दिन से भारी बारिश हो रही है जिससे जगह-जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आ रही हैं. सोमवार को शिमला हाटकोटी राष्टीय राजमार्ग पर कोकूनाला पुल का एक हिस्सा टूट गया जिससे वाहनों की आवाजाही बंद हो गई है और पुल पर दरारें भी आ गईं. इससे अब पुल के टूटने का खतरा बना हुआ है. पुल को फिलहाल वाहनों के लिए बंद कर दिया गया है.
कोलकाता में एक प्राइवेट लॉ कॉलेज की महिला टीचर ने हिजाब पहनकर आने से रोके जाने पर अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इसको लेकर जब कॉलेज में बवाल हुआ तो प्रबंधन ने कहा कि ऐसा मिस कम्यूनिकेशन की वजह से हुआ. वहीं महिला टीचर ने कहा कि ऐसा करने से रोके जाने पर उनकी धार्मिक भावना आहत हुई हैं जिसके बाद पांच जून को उन्होंने इस्तीफा दे दिया था.
Apple WWDC 2024: Apple ने सोमवार की रात iOS 18, WatchOS 11 के साथ Apple Intelligence को भी पेश किया है. Apple Intelligence की मदद से कंपनी ने AI की दुनिया में एंट्री कर दी है, जिसकी मदद से यूजर्स को ढेरों नए फीचर्स देखने को मिलेंगे. इसमें यूजर्स की प्राइवेसी का भी ध्यान रखा है और यूजर्स के डेटा को स्टोर नहीं किया जाएगा.
असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री नियुक्त किया गया है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के नेता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय का प्रभार दिया गया है.
मोदी कैबिनेट के विभागों का बंटवारा हो गया है. इस मंत्रिमंडल में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, जयशंकर वही मंत्रालय संभालेंगे जो अब तक संभालते आ रहे थे. मंत्रिमंडल को देखकर ऐसा लगता है कि इसमें बॉस मोदी ही हैं और वो सहयोगी दलों के किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं आए. देखें ब्लैक एंड वाइट.