दिल्ली: बेहद खतरनाक था सीमापुरी से मिला IED, सरकार की मंजूरी के बाद ही होता है इशू, पाकिस्तानी कनेक्शन का शक
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दिल्ली के सीमापुरी इलाके में मिले IED के मामले में एक के बाद एक कई खुलासे हो रहे हैं. अब सामने आ रहा है कि बरामद किया गया IED मिलिट्री ग्रेड है. इसे आसानी से हासिल नहीं किया जा सकता.
दिल्ली के सीमापुरी में एक घर से मिले इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) मामले में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस ने जो IED बरामद किया है, वह मिलिट्री ग्रेड IED है. इसका इस्तेमाल बड़ी-बड़ी खदानों में विस्फोट करने के लिए होता है और इसे राज्य की अनुमति के बाद ही मुहैया कराया जा सकता है. वहीं, NSG और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जब इस IED को एक पार्क में डिफ्यूज किया तो जोरदार आवाज आई.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.