
'दिल्लीश्वर जो तानाशाही चला रहे हैं, वो औरंगजेब की विरासत', वैक्सीन संकट पर सामना में लेख
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शिवसेना के मुखपत्र सामना में शनिवार को कोरोना और वैक्सीन को लेकर आर्टिकल लिखा गया है. इसमें आरोप लगाया है कि भाजपा शासित राज्यों को केंद्र सरकार वैक्सीन के डोज पहुंचा रही है, लेकिन महाराष्ट्र में वैक्सीन नहीं मिल रही. सामना में पूछा गया है कि क्या राजनीतिक उथल-पुथल नहीं कर सकें, इसलिए जान बूझकर वैक्सीन की कमी कर लोगों में असंतोष पैदा कर रही है सरकार?
शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में वैक्सीन की कमी को लेकर केंद्र सरकार पर हमला किया गया है. सामना में लिखा कि जब महाराष्ट्र ने केंद्र सरकार से कोरोना की वैक्सीन मांगी, तो केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने इसके लिए 'वसूलीबाज' जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया. सामना में आरोप लगाया है कि भाजपा शासित राज्यों में वैक्सीन की खेप पहुंचाई जा रही है, लेकिन महाराष्ट्र में वैक्सीन का आपातकाल शुरू हो गया है. ये भी कहा गया है कि महाराष्ट्र के कोंकण, पश्चिम महाराष्ट्र, मुंबई में वैक्सीन का अभाव है और प्रधानमंत्री मोदी ने ‘वैक्सीन उत्सव’ मनाने का फरमान जारी किया है सामना में ये भी लिखा गया है कि हमारे बीच राजनीतिक झगड़े हैं, लेकिन उन झगड़ों के लिए अपने लोगों की बलि क्यों चढ़ाई जा रही है? संपादकीय में ये भी लिखा है कि वैक्सीन को लेकर दिल्ली में जो तानाशाही चल रही है, वो औरंगजेब की विरासत है.
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