
दरभंगा के पैतृक घर में हुई मुकेश सहनी के पिता की निर्मम हत्या, जानिए दो भाई समेत फैमिली में कौन-कौन है?
AajTak
VIP के सुप्रीमो मुकेश सहनी का दरभंगा के सुपौल बाजार के अफजला पंचायत में पैतृक घर है. यहां उनके पिता जीतन साहनी अकेले रहते थे. मंगलवार सुबह उनका शव घर में पड़ा मिला. बिहार में ये बहुत बड़ी वारदात मानी जा रही है. मुकेश की गिनती बिहार में बड़े नेताओं में होती है.
बिहार में विकासशील इंसान पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी (70 साल) की हत्या से सनसनी फैल गई है. ये घटना दरभंगा के सुपौल बाजार की है. मुकेश के पिता की धारदार हथियार से हत्या की गई है. मंगलवार सुबह जीतन सहनी का शव घर में क्षत-विक्षत हालत में पड़ा मिला है. दरभंगा एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने घटना की पुष्टि की है. घटना का कारण साफ नहीं हो सका है. पुलिस का कहना है कि जल्द ही स्थिति साफ होगी. मुकेश हाल ही में लोकसभा चुनाव प्रचार में RJD नेता तेजस्वी यादव के साथ हेलिकॉप्टर यात्रा से चर्चा में आए थे.
जीतन साहनी का दरभंगा के सुपौल बाजार के अफजला पंचायत में घर है. बिहार में ये बहुत बड़ी वारदात मानी जा रही है. मुकेश सहनी की गिनती बिहार में बड़े नेताओं में होती है. उनकी अपनी VIP पार्टी है. मुकेश बिहार सरकार में पशुपालन और मत्स्य संसाधन मंत्री रहे हैं. जीतन सहनी की जिस तरह हत्या की गई है, वो दिल-दहलाने वाली है. हमलावरों ने निर्मम तरीके से घटना को अंजाम दिया है. शरीर के कई अंगों पर धारदार हथियार से हमला किया है.
गांव में रहते थे मुकेश के पिता...
जानकारी के मुताबिक, मुकेश इस समय मुंबई में हैं. वे वहां से रवाना हो गए हैं. जल्द ही अपने पैतृक घर पहुंचेंगे. मुकेश के पिता जीतन सहनी गांव में स्थित घर में अकेले रहते थे. पत्नी का 8 साल पहले निधन हो गया था. उनके दोनों बेटे मुकेश सहनी और संतोष सहनी बाहर रहते हैं. एक बेटी रिंकू सहनी हैं, जिनकी शादी हो गई है और वो मुंबई में रहती हैं. बाकी खानदान के अन्य सदस्य भी गांव में रहते हैं. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, घर में दो नौकर और एक ड्राइवर आते-जाते रहते थे.
पिता गांव में मछली बेचने का काम भी करते रहे हैं. फिलहाल, पुलिस का कहना है कि वो इस एंगल पर भी जांच कर रहे हैं कि हमलावर चोरी के उद्देश्य तो नहीं घर में घुसे थे. जांच के लिए एसआईटी गठित कर दी है.
निषाद समुदाय की राजनीति करते हैं मुकेश

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










