थाईलैंड की युवती भारत कब आई? कब बिगड़ी तबीयत, समझें पूरी टाइमलाइन
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लखनऊ में थाईलैंड की युवती की कोरोना से मौत के मामले में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. अब पता चला है कि युवती पिछले साल भी लखनऊ आई थी.
थाईलैंड की युवती की लखनऊ में मौत के मामले में रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं. पुलिस को पता चला है कि ये युवती पिछले साल भी 6 महीने के लिए लखनऊ आई थी. उसके बाद इस साल 31 मार्च को वो दिल्ली से लखनऊ पहुंची. यहां आने के बाद वो कुछ दिन होटल में रुकी. बाद में उसे लॉज में ठहराया गया. बाद में उसकी तबीयत बिगड़ी और 3 मई को उसकी मौत हो गई. आइए जानते हैं इस मामले में कब-कब क्या हुआ? 31 मार्चः दिल्ली से लखनऊ पहुंच युवती.1 से 3 अप्रैलः सलमान ने युवती को एक होटल में ठहराया. बाद में युवती हुसैनगंज के घर में चल रहे लॉज में नार्थईस्ट की 4 अन्य लड़कियों के साथ रहने लगी थी.2 अप्रैलः थाई स्पा और सलून सेंटर में काम किया. एक हफ्ते बाद लखनऊ में कोरोना बढ़ने लगा तो स्पा सेंटर बंद हो गए.23 अप्रैलः युवती की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी.25 अप्रैलः तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी. ऑक्सीजन लेवल गिरने लगा तो राकेश शर्मा के कहने पर सलमान बाईपेप मशीन इंतजाम करने में जुट गया.28 अप्रैलः सलमान ने युवती को राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया. हालांकि, अस्पताल के दस्तावेजों में युवती अकेले ही पहुंची थी और उसने अपना पता हजरतगंज दर्ज कराया था.29 अप्रैलः युवती की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई. 3 मईः दोपहर 12 बजकर 49 मिनट पर युवती ने दम तोड़ दिया.4 मईः थाई एंबेसी ने युवती के अंतिम संस्कार करने और उसके सामान को एंबेसी भेजने के लिए सलमान को अधिकृत किया.6 मईः सलमान ने लखनऊ जिला प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में युवती का बैकुंठ धाम में अंतिम संस्कार करवा दिया.करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.