
'...तो बंद करो INDIA ब्लॉक', ममता, अखिलेश, तेजस्वी के बाद उमर अब्दुल्ला भी खुलकर बोले
AajTak
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बदकिस्मती की बात है कि इंडिया ब्लॉक की कोई बैठक नहीं हो रही है. इसका लीडर कौन होगा? एजेंडा क्या होगा? अलायंस कैसे आगे बढ़ेगा? इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है. हम अभी एक रहेंगे या नहीं इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है.
कुछ समय से विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक के नेताओं के बीच के मनमुटाव की खबरें चर्चा में रही हैं. अब ममता बनर्जी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव के बाद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इंडिया ब्लॉक के भविष्य को लेकर बड़ा बयान दिया है.
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि बदकिस्मती की बात है कि इंडिया ब्लॉक की कोई बैठक नहीं हो रही है. इसका लीडर कौन होगा? एजेंडा क्या होगा? अलायंस कैसे आगे बढ़ेगा? इस पर कोई चर्चा नहीं हो रही है. हम अभी एक रहेंगे या नहीं इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है.
अब्दुल्ला ने कहा कि दिल्ली चुनाव के बाद अलायंस की मीटिंग होनी चाहिए. स्पष्टता आनी चाहिए. अगर अलायंस सिर्फ लोकसभा तक था तो इंडिया अलायंस को बंद करो. लेकिन अगर विधानसभा में भी रखना है तो अलायंस को साथ काम करना चाहिए.
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इससे पहले इंडिया ब्लॉक के टूटने के सवाल पर कहा था कि ये पहले से ही तय था कि इंडिया ब्लॉक लोकसभा के लिए है. अगर बिहार की बात की जाए, तो यहां पर हम लोग शुरू से साथ थे. दिल्ली विधानसभा चुनाव में आरजेडी के लड़ने की संभावना को लेकर उन्होंने कहा था कि अभी हमारी पार्टी ने इस पर फैसला नहीं लिया है कि दिल्ली में चुनाव लड़ेंगे या नहीं.
अखिलेश के बयान से मची थी खलबली
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने इससे पहले कहा था कि हमने दिल्ली के लोगों के साथ भेदभाव होते देखा है. मैं अरविंद केजरीवाल जी को बधाई देता हूं कि इतना कुछ होने के बाद भी उनका हौसला कम नहीं हुआ है. मुझे पूरा भरोसा है की माताएं और बहनें दिल्ली के लाल को दोबारा सत्ता में आने का मौका देंगी. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि समाजवादी पार्टी पूरी जिम्मेदारी से आपके साथ खड़ी है. कभी भी आपको सहयोग और मदद की जरूरत होगी, हम आपके साथ खड़े दिखेंगे.क्योंकि दिल्ली जितनी आपकी है और जितना AAP सरकार ने काम किया है, उतना ही हम महसूस करते हैं.

महाराष्ट्र के चंद्रपुर में कर्ज चुकाने के लिए किडनी बेचने का दावा करने वाले किसान रोशन कुदे की मेडिकल जांच में पुष्टि हुई है कि उसके पास केवल एक किडनी है. मामले में छह साहूकार गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस मानव अंग तस्करी और अवैध कर्ज वसूली के एंगल से जांच कर रही है. दावे के मुताबिक इस किसान ने साहूकारों से 50 हजार का कर्ज लिया था जो ब्याज के साथ बढ़कर 74 लाख रुपये तक पहुंच गया.

सुप्रीम कोर्ट ने बोतलबंद पानी की गुणवत्ता से जुड़ी जनहित याचिका की सुनवाई से इनकार कर दिया है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि देश में पीने के पानी की उपलब्धता प्राथमिकता है और बोतलबंद पानी के मानकों पर विचार करने के लिए सक्षम प्राधिकरण मौजूद है। याचिका में बोतलबंद पानी के पुराने मानकों और प्लास्टिक से रिसने वाले रसायनों के स्वास्थ्य प्रभावों को लेकर चिंता जताई गई थी। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को संबंधित प्राधिकरण के समक्ष अपनी बात रखने की सलाह दी।

रायपुर की सड़कों पर बिजली के खंभे, पेड़ और ट्रैफिक सिग्नल तक बैनरों से भर गए हैं, जो ड्राइवरों के लिए खतरा भी बन रहे हैं. नगर निगम ने अवैध फ्लेक्स हटाने और जुर्माना लगाने की कार्रवाई तेज कर दी है. पर्यावरण कार्यकर्ता बताते हैं कि ये प्लास्टिक बैनर प्रदूषण बढ़ाते हैं और पेड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं. मौसम खराब होने पर ये बैनर गिरकर सड़क जाम और दुर्घटना का कारण बनते हैं.

राजधानी में प्रदूषण और उत्तर भारत में कोहरे का कहर... PUCC से जुड़े फैसले पर क्या बोले दिल्ली के लोग
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और GRAP-4 के चलते 18 दिसंबर से बिना वैध PUC पेट्रोल-डीजल पर रोक लगी. बॉर्डर पर सख्ती बढ़ी, कोहरे से यातायात और खेल गतिविधियां भी प्रभावित हुईं.

MGNREGA के स्थान पर विकसित भारत रोजगार और आजीविका मिशन (ग्रामीण) बिल 2025 को लोकसभा में पारित कर दिया गया है. इस बिल को पारित करने के दौरान विपक्ष ने सदन में जोरदार हंगामा किया और बिल की कॉपी फाड़ दी. इस नए बिल का मकसद ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और आजीविका को और बेहतर बनाना है ताकि बेरोजगारी कम हो और ग्रामीण इलाकों के विकास को बढ़ावा मिले. यह बिल भारत की ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने और लोगों को स्थायी रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

महाराष्ट्र में बीएमसी चुनाव को लेकर सियासी तपिश गर्म है, लेकिन शरद पवार मुंबई से दूरी बनाए हुए हैं. कांग्रेस के EVM के मुद्दे से पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने एक तरफ किनारा कर लिया और अपने सांसदों के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलीं. ऐसे में सवाल उठता है कि शरद पवार की पार्टी के मन में चल क्या रहा है?







