ढाबे के कर्मचारी ने कस्टमर को गोली मारकर उतारा मौत के घाट, बिल को लेकर हुआ था विवाद
AajTak
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में ढाबे के कर्मचारी ने कस्टमर की गोली मारकर हत्या कर दी. बताया जा रहा है कि कैश काउंटर पर बिल को लेकर विवाद हो गया था. इसी दौरान ढाबे के कर्मचारी ने गार्ड की राइफल उठाकर कस्टमर पर फायर कर दिया. इसके बाद घायल युवक को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में मामूली बात पर एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी गई. यहां ढाबे पर खाने के बिल को लेकर विवाद हो गया था, जिसके बाद ढाबे के व्यक्ति ने कस्टमर को गोली मार दी. सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. मामले की जांच की जा रही है.
जानकारी के अनुसार, यह मामला रनिया थाना क्षेत्र के कानपुर-इटावा नेशनल हाइवे पर स्थित उमरन ढाबे का है. यहां रनिया निवासी योगेश पारिक अपने चार दोस्तों के साथ रात करीब 1:40 बजे स्कॉर्पियो से खाना खाने पहुंचे थे. खाना खाने के बाद बिल देने योगेश कैश काउंटर पर पहुंचे तो काउंटर पर खड़े पुष्पेंद्र सिंह से बिल को लेकर कहासुनी होने लगी.
कहासुनी के बीच पुष्पेंद्र ने कैश काउंटर पर रखी गार्ड रामचंद्र की रायफल से योगेश को गोली मार दी. इससे योगेश की मौत हो गई. योगेश अपने साथी अजय राजावत, नीरज साहू, शिवम शर्मा व आसिम खा के साथ पहुंचे थे. इस घटना के बाद योगेश को तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां कानपुर हैलट अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया.
घटना को लेकर क्या बोले पुलिस अधीक्षक?
जानकारी पर मिलने पुलिस मौके पर पहुंची और जायजा लिया. एसपी बीबीजीटी एस मूर्ति ने बताया कि घटना की सूचना मिली थी. मौके पर पहुंचकर जांच की गई तो पता चला कि योगेश नाम के व्यक्ति को होटल पर काम करने वाले पुष्पेंद्र सिंह ने गार्ड की राइफल से गोली मार दी.
डॉक्टरों ने अस्पताल में योगेश को मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने आरोपी पुष्पेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. इसी के साथ लाइसेंसी राइफल मलिक को भी गिरफ्तार किया गया है. मामले की जांच की जा रही है.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.