
डेलिगेशन पर दंगल, PAK को बेनकाब करने वाली टीम में शशि थरूर का नाम, कांग्रेस में शुरू हुई खींचतान
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केंद्र सरकार की ओर से विदेश जाने वाले डेलिगेशन की लिस्ट सामने आते ही इस पर विवाद शुरू हो गया. कांग्रेस ने इस लिस्ट पर सवाल उठा दिया है. कांग्रेस भले ही गुस्से से लाल-पीली है, लेकिन केरल के तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने केंद्र का आभार जताया है.
दुनिया सिर्फ गोली की नहीं, कूटनीति की भाषा भी सुनती है. पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान की सेना को ऐसी चोट दी जा चुकी है जिसे सुनकर उसकी आनेवाली कई नस्लों की भी रूह कांप जाएगी, लेकिन बात अब आगे बढ़ चुकी है. भारत ने ठान लिया है कि पाकिस्तान के झूठ और आतंक की फैक्ट्री का दरवाजा दुनिया के मंचों पर खोला जाएगा. इसी के तहत 'ऑपरेशन डिप्लोमैटिक' वॉर शुरू हो चुका है.
इस मिशन की कमान उन 7 सांसदों के हाथों में थमाई गई है जो दुनिया को बताएंगे कि कैसे पाकिस्तान आतंकवाद का सबसे बड़ा गढ़ है और आतंकवाद पर शहबाज की सरकार कैसे दुनिया की आंखों में धूल झोंक रही है और कैसे सीमा पार आतंकवाद ने भारत के अमन-चैन को लूटा है, इसमें कोई शक नहीं कि जिन 7 सांसदों के हाथ में 7 डेलिगेशन की कमान है वो अपने मिशन में जरूर कामयाब होंगे, लेकिन सवाल ये है कि जब देश एकजुट होकर आतंक के खिलाफ वैश्विक मंच पर मोर्चा खोल रहा है तो कांग्रेस इस प्रतिनिधिमंडल पर सवाल क्यों उठा रही है? क्या थरूर का नाम पार्टी लाइन से बाहर है या फिर देशहित से बड़ा दलहित हो गया है.
ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के पाप का घड़ा फूट गया. उसकी सरपस्ती में रह रहे आतंकियों के ठिकाने नेतस्नाबूद हो गए. पाकिस्तान की शेखी बघारने वाली सेना को जगह-जगह मार पड़ी. एयरबेस तक तबाह हो गए. न्यूक्लियर हमले की धमकी देने वाले पाकिस्तान के हुक्मरान को दिन में ही भारत ने तारे दिखाए, लेकिन इतना ही काफी नहीं है. अब पाकिस्तान को सबक सिखाने की दूसरी किस्त शुरू हो चुकी है. इस बार मैदान कूटनीति का है. भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को बेनकाब करन के लिए पूरी रणनीति बना ली है. मोदी सरकार ने सीमा पार आतंकवाद के खिलाफ भारत का रुख बताने के लिए सर्वदलीय सांसदों के 7 डेलिगेशन बनाए हैं. ये डेलिगेशन दुनिया के बड़े देशों, खासकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यानी UNSC के सदस्य देशों का दौरा करेगा.
ये सांसद हैं डेलिगेशन में शामिल
संसदीय कार्य मंत्रालय ने इस डेलिगेशन को लीड करने वाले 7 सांसदों की लिस्ट जारी की. जिसमें कांग्रेस के शशि थरूर से लेकर बीजेपी के रविशंकर प्रसाद, बैजयंत पांडा, जेडीयू के संजय झा, DMK के कनिमोई, NCP (एसपी) की सुप्रिया सुले और शिवसेना (शिंदे गुट) के श्रीकांत शिंदे शामिल हैं.
डेलिगेशन की लिस्ट पर खींचतान

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