
ठंड की वजह से टूट गई शादी! कंपकंपाते हुए मंडप में गिर पड़ा दूल्हा, दुल्हन ने शादी से कर दिया इनकार, बैरंग लौटी बारात
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खुले आसमान के नीचे बने मंडप में दूल्हा कंपकंपाते हुए अचानक बेसुध होकर गिर पड़ा. करीब एक से डेढ़ घंटे बाद दूल्हे की स्थिति सामान्य हुई. मंडप में दूल्हा फिर से बैठने को तैयार हुआ, लेकिन दुल्हन ने फेरे लेने से सीधे इनकार कर दिया.
झारखंड के देवघर बाबा यानी बैद्यनाथ की नगरी में होने वाली शादियों की चर्चा देश-विदेश में होती रहती है, ऐसा इसलिए क्योंकि विश्व प्रसिद्ध द्वादश ज्योतिर्लिंग बाबा बैद्यनाथ धाम में तमाम शादियां होती हैं जो कि चर्चा का विषय बन जाती हैं. बिहार के दूल्हे और सात समंदर पार इंग्लैंड की दुल्हनिया ने पिछले दिनों बाबा नगरी में विवाह रचाया, तो वहीं विदेशी दूल्हे और भारत की दुल्हनिया भी यहां शादियां कर चुकी हैं. लेकिन आज ऐसे शादी की बात कर रहे हैं जिसमें वरमाला तो हुई, लेकिन सात फेरे नहीं हो सके...
दरअसल, देवघर जिला के मोहनपुर प्रखंड क्षेत्र स्थित घोरमारा में कड़ाके की ठंड और शीतलहर के बीच शादी करना एक युवक को महंगा पड़ गया. ठंड की वजह से उसकी शादी होने से पहले ही टूट गई.
दूल्हा पक्ष स्थानीय निवासी घोरमारा का ही रहने वाला था. अर्णव नाम के लड़के की शादी अंकिता नाम की लड़की के साथ होनी थी. दोनों पक्षों की सहमति से शादी एक निजी गार्डन कैंपस में हो रही थी. गाजे-बाजे के साथ सब कुछ चल रहा था. समय के साथ सभी रस्में पूरी की जा रही थीं.
सबसे पहले दोनों पक्षों की ओर से मिलन का कार्यक्रम हुआ. उसके बाद खुले आसमान के नीचे वरमाला का स्टेज बना था. उस पर वरमाला का कार्यक्रम हुआ. फिर शादी के मंडप में सभी पहुंचे. शादी का मंडप भी खुले आसमान के नीचे बनाया गया था.
वरमाला और खानपान के बाद दूल्हा-दूल्हन मंडप में भी बैठ गए. पंडित ने शादी की रस्में शुरू कर दीं. इसी बीच दूल्हा कंपकंपाते हुए अचानक बेसुध होकर गिर पड़ा. दूल्हे का शरीर ठंडा पड़ गया. आनन-फानन में परिजन दूल्हे को कमरे में ले गए और हाथ-पैर रगड़ने शुरू कर दिए.
इस दौरान एक स्थानीय डॉक्टर को भी बुलाया गया. दूल्हे को स्लाइन लगाकर ठंड से राहत देने वाले इंजेक्शन लगाए गए. करीब एक से डेढ़ घंटे बाद दूल्हे की स्थिति सामान्य हुई. मंडप में दूल्हा फिर से बैठने को तैयार हुआ, लेकिन दुल्हन ने फेरे लेने से सीधे इनकार कर दिया.

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