
ट्रंप के साथ हॉट टॉक की कड़वी यादों के साथ US पहुंचे जेलेंस्की, लेकिन अमेरिका ने कहा- क्रीमिया भूल जाए यूक्रेन!
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यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की इस बार ट्रंप की कोई धौंस सहने को तैयार नहीं दिखते. उनके साथ ताकतवर 'मित्रों' की बड़ी मंडली होगी. लेकिन ट्रंप इस बार भी डीलमेकर के रोल में नजर आ रहे हैं. उन्होंने मीटिंग से पहले ही कह दिया है कि यूक्रेन को क्रीमिया वापसी का सपना देखना छोड़ देना चाहिए. साथ ही नाटो मेंबर बनने की महत्वाकांक्षा को भी त्याग देना चाहिए.
व्हाइट हाउस में पिछली दफे अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप और यूक्रेन के प्रेसिडेंट जेलेंस्की की हॉट टॉक भरसक आपको याद हो. एक बार ऐसी ही बहस के लिए व्हाइट हाउस में स्टेज फिर से तैयार है. लेकिन प्रेसिडेंट जेलेंस्की इस बार बातचीत की टेबल पर ट्रंप के सामने अकेले नहीं होंगे. इस बार जेलेंस्की की पैरवी के लिए ब्रिटिश पीएम कीर स्टार्मर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज भी साथ होंगे. अमेरिका पहुंचने वालों में फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब और यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन भी शामिल हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की मुलाकात 18 अगस्त 2025 को वाशिंगटन डी.सी. में व्हाइट हाउस में होने वाली है. अमेरिकी समय के अनुसार ये मीटिंग एक बजे दोपहर से शुरू होगी.
अमेरिका पहुंचे जेलेंस्की ने कहा कि अमेरिका और हमारे यूरोपीय मित्रों के साथ हमारी साझा शक्ति रूस को वास्तविक शांति के लिए प्रेरित करेगी. पिछले बार के कड़वे अनुभवों के बावजूद जेलेंस्की ने राष्ट्रपति ट्रंप को इस मीटिंग को शुरू करने के लिए धन्यवाद दिया और कहा, "हम सभी इस युद्ध को शीघ्र और सुरक्षित रूप से समाप्त करना चाहते हैं."
गौरतलब है कि व्हाइट हाउस की ये मीटिंग अलास्का शिखर सम्मेलन के बाद हो रही है.
क्रीमिया को भूल ही जाए यूक्रेन
इस मीटिंग से पहले ट्रंप ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसके अहम संदेश हैं. ट्रंप ने कहा है कि यूक्रेन को क्रीमिया पर फिर से दावे की बात तो भूल ही जानी चाहिए. इसके अलावा ट्रंप ने जेलेंस्की को यह भी कहा है कि वो यूक्रेन को नाटो का सदस्य बनाने के लिए लालायित न रहे. रूस यूक्रेन की नाटो सदस्यता को अपने लिए खतरे के रूप में देखता है और इस पर गहरी नाराजगी जताता है.

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