
ट्रंप के निशाने पर वोटिंग मशीन, डाक मतपत्रों पर भी लगाएंगे रोक! कर दी ये बड़ी घोषणा
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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वोटिंग मशीनों को गलत और गंभीर रूप से विवादास्पद बताया है. उन्होंने डाक से होने वाले मतदान पर भी शंका जाहिर की है और कहा है कि वो इस तरह की वोटिंग को खत्म करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि वो डाक और वोटिंग मशीनों से होने वाले मतदान को खत्म करने के लिए एक आंदोलन की शुरुआत करेंगे. उन्होंने वोटिंग मशीनों को गलत और गंभीर रूप से विवादास्पद बताते हुए कहा कि वोटिंग मशीनों और डाक पत्रों के जरिए किए जाने वाले वोटिंग से छुटकारा पाने के लिए 2026 के मध्यावधि चुनावों से पहले एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करेंगे.
ट्रंप ने ट्रूथ सोशल पर एक संदेश में इसकी घोषणा करते हुए लिखा है, 'मैं डाक के जरिए भेजे जाने वाले मतपत्रों से छुटकारा पाने के लिए एक आंदोलन चलाने जा रहा हूं. जब हम इस दिशा में काम कर ही रहे हैं, तो गलत, बहुत महंगी और गंभीर रूप से विवादास्पद वोटिंग मशीनों से भी छुटकारा पाने जा रहा हूं. इस मशीन की लागत वॉटरमार्क पेपर से दस गुना ज्यादा है. वॉटरमार्क पेपर वोटिंग मशीन से बहुत तेज है जिसके नतीजे सबसे सटीक होते है और इसमें संदेह नहीं रह जाता कि कौन जीता और कौन हारा.'
ट्रंप ने वॉटरमार्क पेपर की वकालत करते हुए कहा कि चुनावों में तेज और अधिक विश्वसनीय परिणामों के लिए केवल वॉटरमार्क पेपर का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए.
चुनावों के दौरान डेमोक्रेट्स पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए रिपब्लिकन पार्टी के नेता ट्रंप ने कहा कि वो चुनावी प्रक्रिया में सत्यनिष्ठा और ईमानदारी को वापस लाने के लिए पूरी ताकत से लड़ेंगे.
उन्होंने कहा, 'अब हम दुनिया के एकमात्र देश हैं जो मेल-इन वोटिंग का इस्तेमाल करते हैं. अन्य सभी देशों ने बड़े पैमाने पर मतदान धोखाधड़ी के कारण इसे छोड़ दिया था. हम इसकी शुरुआत एक कार्यकारी आदेश पर साइन करके करेंगे जो कि 2026 के मध्यावधि चुनावों से पहले किया जाएगा. डेमोक्रेट्स इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं क्योंकि वो इसके जरिए धोखाधड़ी करते आए हैं.'
ट्रंप ने इस घोषणा से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात में भी डाक से भेजे गए मतपत्रों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने अपने रूसी समकक्ष से कहा था कि वो उनसे सहमत हैं कि मतदाताओं को डाक से मतपत्र भेजने की इजाजत देने से चुनाव की निष्पक्षता खतरे में पड़ जाती है.

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