
ट्रंप की सिक्योरिटी में चूक... कौन थी वो महिला, जिसे एयर काफिले में गुपचुप घुसा रहा था सीक्रेट सर्विस एजेंट
AajTak
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के काफिले में शामिल एक विमान में सीक्रेट सर्विस एजेंट ने एक महिला को चुपके से घुसाने की कोशिश की. ऐसा करते हुए उसे पकड़ लिया गया और अब इसे सुरक्षा में एक बड़ी चूक माना जा रहा है.
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा में एक बार फिर से बड़ी चूक सामने आई है. जब उनकी सुरक्षा में तैनात एक सीक्रेट सर्विस एजेंट ने अपनी पत्नी को स्कॉटलैंड जाने वाले राष्ट्रपति के ट्रांसपोर्ट प्लेन में ले जाने की कोशिश की.
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रपति ट्रम्प ने मंगलवार को पुष्टि की है कि एक सीक्रेट सर्विस एजेंट ने पिछले सप्ताह राष्ट्रपति के एयर फोर्स वन जेट के साथ स्कॉटलैंड जा रहे एक परिवहन विमान में अपनी पत्नी को ले जाने की कोशिश की थी. यह सुरक्षा एजेंसी के लिए एक नई चूक है.
ट्रंप ने खुद की इस सुरक्षा चूक की पुष्टि वाशिंगटन लौटते समय ट्रम्प ने पत्रकारों से पूछा था कि क्या आपको नहीं लगता कि यह थोड़ा खतरनाक हो सकता है? ट्रंप ने कहा कि यह एक अजीब समस्या है. उन्होंने पुष्टि की कि उन्हें इस मामले की जानकारी दी गई थी, लेकिन इसके बाद उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि एजेंसी के निदेशक सीन एम कुरेन इसका ध्यान रखेंगे.
इस घटना की खबर सबसे पहले ग्लासगो के हेराल्ड समाचार पत्र ने दी थी. इसमें बताया गया था कि डलास स्थित एजेंट अपनी पत्नी को मैरीलैंड ले गया, जहां उसे आधिकारिक ब्रीफिंग दी गई और ट्रम्प के प्रस्थान से पहले उसे ज्वाइंट बेस एंड्रयूज ले जाया गया, जहां उसे पकड़ लिया गया और वहां से चले जाने को कहा गया.
यूएस एयरफोर्स में हैं एजेंट की पत्नी सीक्रेट सर्विस के प्रवक्ता एंथनी गुग्लिल्मी ने कहा कि अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के एक कर्मचारी ने अपनी पार्टनर को, जो खुद यूएस एयरफोर्स की सदस्य है. उसे राष्ट्रपति के हवाई काफिले के मिशन सपोर्ट फ्लाइट में घुसाने का प्रयास किया. इसके बाद इस घटना की जांच की जा रही है.
गुग्लिमी ने कहा कि स्कॉटलैंड के लिए रवाना होने से पहले, सीक्रेट सर्विस एजेंट को पर्यवेक्षकों ने बताया था कि ऐसा करना निषिद्ध है. इसके बाद उसकी पत्नी को उड़ान भरने से रोक दिया गया. हालांकि, विमान में कोई सीक्रेट सर्विस सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति नहीं था और हमारे विदेशी सुरक्षा अभियान पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा.

क्या आपने कभी गौर किया है कि दुनिया का कोई भी बड़ा नेता-चाहे वह अमेरिकी राष्ट्रपति हो या फ्रांस का प्रमुख भारत पहुंचते ही सबसे पहले हैदराबाद हाउस ही क्यों जाता है? इसकी वजह सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि एक ऐसा शाही अतीत है जिसमें निजाम की रईसी, ब्रिटिश दौर की राजनीतिक जटिलताएं और आजादी के बाद भारत की उभरती कूटनीतिक पहचान तीनों के निशान गहराई से दर्ज हैं.

Paush Month 2025: हिंदू पंचांग के अनुसार पौष माह 2025 में 5 दिसंबर से शुरू होकर 3 जनवरी 2026 की पूर्णिमा तक चलेगा. यह महीना धार्मिक, आध्यात्मिक और सामाजिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. परंपरा है कि इस समय नियमों और धार्मिक कर्तव्यों का पालन करने से जीवन में सौभाग्य, शांति और समृद्धि आती है.











