
'टेंडर की जानकारी PM मोदी को मैंने ही दी थी...', CBI चार्जशीट में भ्रष्टाचार के आरोपों पर बोले सत्यपाल मलिक
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सीबीआई ने पूर्व राज्यसभा सांसद सत्यपाल मलिक के खिलाफ किरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट में भ्रष्टाचार के आरोप में चार्जशीट दाखिल की है. मलिक ने आरोपों को राजनीतिक रंजिश और साजिश करार देते हुए खुद को निर्दोष बताया है. उन्होंने न्याय की अपील की है और पूरी सच्चाई सामने लाने की मांग की है.
सीबीआई ने जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक के खिलाफ किरू हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट के सिविल कामों के ठेकों में कथित भ्रष्टाचार के मामले में आरोप पत्र दाखिल किया था. लगभग 2,200 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट को लेकर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं. अब सत्यपाल मलिका कहना है कि जिस टेंडर के तहत उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं, उसकी जानकारी उन्होंने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी थी.
पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने हाल ही में एक बयान जारी कर बताया कि वे पिछले दो सप्ताह से अस्पताल में भर्ती हैं. उन्होंने कहा, "मेरे ऊपर चार्जशीट तब दाखिल की गई जब मैं स्वास्थ्य कारणों से अस्पताल में था. मैं अपने देशवासियों से साफ कहना चाहता हूं कि मैं एक किसान का बेटा हूं और किसान मसीहा स्वर्गीय चौधरी चरण सिंह द्वारा स्थापित सिद्धांतों का पालन कर पूरी जिंदगी ईमानदारी से काम किया है. मैं इस चार्जशीट से डरने वाला नहीं हूं."
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'मैंने ही प्रधानमंत्री मोदी को जानकारी दी थी'
सत्यपाल मलिक ने आरोप लगाया कि जिस टेंडर के तहत उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं, उसकी जानकारी उन्होंने खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दी थी. उन्होंने बताया कि इस टेंडर को उन्होंने भ्रष्टाचार के शक में रद्द कर दिया था, और यह टेंडर तब दोबारा शुरू किया गया जब वे तबादला हो चुके थे.
पूर्व राज्यपाल ने प्रधानमंत्री और सीबीआई से मांग की है कि वे पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करें और यह स्पष्ट करें कि उनके खिलाफ कोई संपत्ति वृद्धि हुई है या नहीं. उन्होंने कहा, "मेरी कोई संपत्ति नहीं बढ़ी है, मैं एक कमरे के मकान में रहता हूं और स्वयं कर्ज में हूं. मैं एक झूठे आरोप को स्वीकार नहीं करूंगा."

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