
झारखंड: धनबाद में भीषण हादसा, दुकान में लगी आग, 4 साल की बच्ची समेत 3 की मौत
AajTak
झारखंड के धनबाद में भीषण हादसे में तीन लोगों की जान चली गई. मृतकों में दो महिलाएं और चार साल की एक बच्ची भी शामिल हैं. यहां दुकानों में आग लगने के बाद करीब आधा दर्जन लोग इसकी चपेट में आ गए. झुलसने वालों में डेढ़ महीने की बच्ची भी शामिल है. सभी एक परिवार के हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह अग्निकांड धनबाद के केंदुआडीह थाना क्षेत्र के केंदुआ बाजार स्थित जेवर पट्टी में हुआ है.
झारखंड के धनबाद में भीषण हादसे में तीन लोगों की जान चली गई. मृतकों में दो महिलाएं और चार साल की एक बच्ची भी शामिल हैं. यहां दुकानों में आग लगने के बाद करीब आधा दर्जन लोग इसकी चपेट में आ गए. झुलसने वालों में डेढ़ महीने की बच्ची भी शामिल है. सभी एक परिवार के हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह अग्निकांड धनबाद के केंदुआडीह थाना क्षेत्र के केंदुआ बाजार स्थित जेवर पट्टी में हुआ है.
पुलिस के मुताबिक जेवर पट्टी की एसके जनरल श्रृंगार स्टोर में अचानक भीषण आग लग गई. आग की लपटें बढ़ते ही वहां अफरा-तफरी मच गई. देखते ही देखते हजारों लोग मौके पर जुट गए. दुकान के ऊपर एक मकान है, जिसमें घटना के वक्त 6 लोग मौजूद थे. आग धधकने के बाद लोग परिवार की जान बचाने की जद्दोजहद करने लगे. लोग अपने घरों से बाल्टी में पानी लाकर दुकान में लगी आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे. कई लोग दुकान की शटर तोड़ने में जुट गए और शटर तोड़कर दुकान में पानी डालने लगे.
हादसे की सूचना दमकल विभाग को दे दी गई. सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की दो बड़ी और एक छोटी गाड़ी कुछ ही देर में मौके पर पहुंच गई. मकान के ऊपर मौजूद परिवार के लोगों ने सड़क से ऊपर बालकनी में सीढ़ी लगा दी. इस तरह किसी तरह लोग मकान के अंदर दाखिल हुए और तीन लोगों को सफलतापूर्वक बाहर निकाल लिया.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.










