झारखंडः JMM विधायक भूषण तिर्की की डिस्चार्ज याचिका खारिज, मुश्किलें बढ़ीं
AajTak
झारखंड में सत्तारूढ़ दल के विधायक भूषण तिर्की की डिस्चार्ज याचिका कोर्ट ने खारिज कर दी है. बता दें कि विधायक पर साल 2016 में मारपीट करने और सरकारी काम में बाधा डालने का केस चल रहा है.
झारखंड में JMM यानी सत्तारूढ़ दल के एक और विधायक मुश्किल में हैं. उन पर साल 2016 में मारपीट करने और सरकारी कामकाज में बाधा डालने का केस चल रहा है. उन्होंने एक डिस्चार्ज पिटीशन रांची की विशेष MP-MLA अदालत में दायर की थी, जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया है. बता दें कि JMM खेमे में कई विधायक मुश्किलों में हैं. खुद मुख्य्मंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ दो PIL में सुनवाई चल रही हैं. उन पर आफिस ऑफ प्रॉफिट नियम के उल्लंघन को लेकर भी ECI में सुनवाई हो रही है. ऐसा ही मामला बसंत सोरेन पर चल रहा है. वहीं मिथिलेश ठाकुर पर लाभ के पद पर रहकर अपनों को फायदा पहुंचाने का केस है.
जानकारी के अनुसार, गुमला जिला के सिसई रोड पर साल 2016 में CNT SPT एक्ट में किए गए संसोधन के विरोध में जाम लगा दिया गया था. इससे सड़क के दोनों तरफ गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई थीं, जबकिं पहले से ही पूरे गुमला में धारा 144 लागू थी. इसके तहत भीड़ लगाना मना था. सड़क जाम के दौरान मारपीट भी की गई थी. इसके बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी उमेश कुमार स्वामी ने सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप में प्राथमिक दर्ज की थी.
इसके तहत भूषण तिर्की, शांति मार्गरेट, बड़ा पुष्पा किस्फोट, फ्लोरा मिंज, शीला टोप्पो, रंजीत सरदार को नामजद आरोपी बनाया गया था. इसी केस में विधायक ने MP MLA विशेष अदालत में डिस्चार्ज पिटीशन दायर की थी. कोर्ट में सरकारी कार्य में बाधा डालने व मारपीट के मामले में गुमला विधायक को राहत नहीं मिली. एमपी/एमएलए के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी अनामिका किस्कू की अदालत ने सभी पक्षों की दलीलें सुनने के बाद भूषण तिर्की की ओर से दायर डिस्चार्ज याचिका खारिज कर दी. 27 जून को मामले की सुनवाई होने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. अब सुनवाई 15 जुलाई को होगी.
(मुकेश सोनी के इनपुट के साथ)
पूरे देश में इन दिनों गर्मी अपने रिकॉर्ड तोड़ रही है. ऐसे में राजस्थान के अलवर में भगवान को गर्मी से बचाने के लिए जहां कई तरह के उपाय किए जा रहे हैं. मंदिरों में कूलर और एसी लगाए गए हैं. वहीं, भगवान के डाइट चार्ट में बदलाव कर दिया गया है. मंदिरों में भगवान को अब रबड़ी, छाछ और ठंडाई का भोग लग रहा है.
पाकिस्तान के पूर्व मंत्री चौधरी फवाद हुसैन ने भारत में हो रहे आम चुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पाक में सब चाहते हैं कि नरेंद्र मोदी चुनाव हार जाएं, क्योंकि भारत और पाकिस्तान के रिश्ते तभी बेहतर होंगे. उन्होंने यह भी दावा किया कि पाक में भारत को लेकर नफरत नहीं है, लेकिन वहां (भारत) वो पाकिस्तान को लेकर नफरत पैदा कर रहा है.