
जिन्ना से शुरू हुई जंग आतंकवाद पर आई, तीन चरण बाद बीजेपी को क्यों बदलना पड़ा नैरेटिव?
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Uttar Pradesh Assembly Elections: बीजेपी आंतकवाद के मुद्दे पर सपा को निशाने पर ले रही है. पीएम मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर से लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक, हर नेता अब अपनी रैलियों में आतंकवाद मुद्दे पर बात कर रहे हैं.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीन चरण की वोटिंग हो चुकी है. बीजेपी और सपा दोनों ही अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही हैं. दोनों ही दलों के बीच शह-मात का खेल जारी है. भवनात्मक मुद्दे को आगे जनता के मुद्दे फीके पढ़ गए हैं. चुनाव का आगाज जिन्ना जिन से शुरू हुआ और चुनावी तपिश जैसे-जैसे बढ़ी 'मुजफ्फरनगर दंगे', 'पलायन' '80 बनाम 20', 'गर्मी' जैसे मुद्दों को हवा देकर ध्रुवीकरण का पूरा प्रयास किए. तीसरे चरण के साथ नरेटिव बदल गया और अब बीजेपी का नया हथियार आतंकवाद बन गया है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.

पानीपत कांड में आरोपी पूनम के पति नवीन ने कहा कि बच्चों को जैसे पानी में तड़पाकर मारा गया, वैसे ही उसकी पत्नी को भी कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. उसने किसी भी तांत्रिक कनेक्शन से इनकार किया. वहीं, पूनम की मां सुनीता देवी ने कहा कि बेटी शादी से पहले बिल्कुल सामान्य थी और कभी किसी बच्चे को नुकसान नहीं पहुंचाया. उन्होंने स्वीकारा कि यदि उसने यह अपराध किया है तो उसे उसकी सजा जरूर मिलनी चाहिए.

माधव राव ने कुछ स्वयंसेवकों को मुस्लिम पहचान देकर विभाजित पंजाब के शहरों में मुस्लिम लीग के प्रभाव वाले क्षेत्रों में तैनात कर दिया. ये लोग बताते थे कि कैसे पूरी तैयारी के साथ मुस्लिम लीग के लोग हिंदू बाहुल्य इलाकों की रिपोर्ट तैयार करते हैं, और फिर हमला करते थे. RSS के 100 सालों के सफर की 100 कहानियों की कड़ी में आज पेश है उसी घटना का वर्णन.

पिछले दो दिनों से इंडिगो की उड़ानों में भारी रद्द होंगे देखे गए हैं. इस वजह से DGCA ने 4 दिसंबर को इंडिगो के अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है. 3 और 4 दिसंबर को लगभग 250 से 300 फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं, जिससे यात्री प्रभावित हुए हैं. DGCA का मकसद इंडिगो के कामकाज में सुधार लाना और यात्रियों की असुविधा को कम करना है.

शिवसेना UBT सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा है कि मंत्री राम मोहन नायडू को इंडिगो संकट को लेकर संसद में स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय को इंडिगो पर उचित कार्रवाई करनी चाहिए क्योंकि इंडिगो ने यात्रियों को काफी परेशानी में डाला है. प्रियंका चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि इंडिगो के पास नियमों में हुए बदलावों की पूरी जानकारी थी, लेकिन इसके बावजूद यात्रियों को असुविधा हुई.








