जम्मू-कश्मीर में 1 मई से नहीं शुरू होगा टीकाकरण का तीसरा चरण, इन राज्यों ने भी खड़े किये हाथ
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सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि पात्र लोगों के लिए कोविन पर रजिस्ट्रेशन की शुरुआत तो कर दी गयी है, लेकिन यह टीकाकरण एक मई से शुरू नहीं हो सकेगा.
देश भर में एक मई से वैक्सीनेशन का नया चरण शुरू हो रहा है, लेकिन जम्मू-कश्मीर ने इस चरण को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं. जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को साफ किया कि 18 से 45 साल के लोगों के लिए शुरू होने वाले इस टीकाकरण को प्रदेश में शुरू नहीं किया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि यहां पहले ही टीकों की कमी है और जो नए टीकों के लिए ऑर्डर दिया गया है उन्हें अभी पहुंचने में समय लगेगा. सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि पात्र लोगों के लिए कोविन पर रजिस्ट्रेशन की शुरुआत तो कर दी गयी है, लेकिन यह टीकाकरण एक मई से शुरू नहीं हो सकेगा. उन्होंने कहा कि टीकों की आपूर्ति होने पर चरण की शुरुआत की तारीखों का ऐलान कर दिया जाएगा. सरकार ने यह भी कहा है कि टीकाकरण वॉक-इन प्रक्रिया के तहत नहीं होगी, बल्कि इसके लिए पूर्व पंजीकरण ही अनिवार्य होगा. प्रशासन ने कहा कि 18-45 आयु वर्ग में पूरी आबादी को कवर करने के लिए, केंद्र शासित प्रदेश ने देश में सबसे अधिक COVID-19 वैक्सीन की 1.24 करोड़ खुराक का आदेश दिया है. टीकों के वितरण का अनुमानित समय 20 मई के आसपास है. ऐसे में तब ही तीसरे चरण के टीकाकरण की शुरुआत की जा सकेगी. इन राज्यों ने भी खड़े किए हाथलोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.
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