
चुपके- चुपके आधी रात... शादीशुदा गर्लफ्रेंड से मिलने पहुंचा, ससुरालियों ने पकड़कर कूटा, फिर दोनों के भेजा साथ
AajTak
छत्तीसगढ़ के सरगुजा में शादीशुदा प्रेमिका से मिलने पहुंचे युवक को ससुराल वालों ने पकड़कर बांध दिया और पिटाई की. मामला पंचायत तक पहुंचा,जहां चौंकाने वाला फैसला लेते हुए महिला को प्रेमी के सुपुर्द कर दिया गया. घटना का वीडियो वायरल है.पुलिस मौके पर पहुंची लेकिन किसी पक्ष ने शिकायत दर्ज नहीं कराई. पंचायत के फैसले पर सोशल मीडिया में बहस जारी है.
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई. जहां देर रात शादीशुदा प्रेमिका से मिलने के लिए चोरी-छुपे पहुंचे उसके प्रेमी कोससुराल वालों ने रंगे हाथों पकड़ा. मामला लखनपुर थाना क्षेत्र के पुहपुटरा गांव का है. सूरजपुर जिले के तेलाई कछार निवासी युवक का प्रेम संबंध लखनपुर क्षेत्र की एक युवती से था. दोनों के बीच यह रिश्ता शादी से पहले से चला आ रहा था. युवती के शादी के बावजूद दोनों का मिलना-जुलना जारी रहा.
वहीं बीते सोमवार 22 सितंबर की चुपके से आधी रात युवक मौका पाकर अपनी शादीशुदा प्रेमिका के घर पहुंच गया, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया. घरवालों ने युवक को देख लिया और तुरंत पकड़कर उसके हाथ-पैर बांध दिए. इसके बाद जमकर उसकी पिटाई की गई. घरवालों ने इस घटना का वीडियो भी बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
घटना की सूचना गांव में फैलते ही अगले दिन मंगलवार को पंचायत बुलाई गई. ग्रामीणों की मौजूदगी में मामले पर चर्चा हुई और सामाजिक दबाव में एक चौंकाने वाला निर्णय लिया गया. पंचायत ने शादीशुदा महिला को प्रेमी के सुपुर्द कर दिया. इस नतीजे के बाद पूरे इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं. सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची थी, लेकिन दोनों पक्षों की ओर से थाने में किसी तरह की शिकायत दर्ज नहीं कराई गई. फिलहाल, पुलिस ने घटना पर आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
गांव वाले और सोशल मीडिया यूजर्स इस घटना को लेकर लोग अलग-अलग राय दे रहे हैं. कुछ इसे सामाजिक मर्यादाओं पर सवाल बता रहे हैं, तो कुछ पंचायत के फैसले को लेकर हैरानी जता रहे हैं. बताया जा रहा है कि युवक-युवती दोनों ही शादीशुदा हैं, बावजूद इसके उनका पुराना प्रेम संबंध उन्हें फिर से एक साथ खींच लाया. अब यह देखना होगा कि इस पूरे मामले में क्या पुलिस कोई कार्रवाई करती है या नहीं.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







