चीन, ताइवान और दक्षिण कोरिया के कारण दुनिया भर के उद्योगों को लगा झटका - प्रेस रिव्यू
BBC
रिलायंस जियो के सस्ते स्मार्टफ़ोन की लॉन्चिंग टली, 'न्यूज़क्लिक' और 'न्यूज़लॉन्ड्री' के दफ़्तर में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट का 'सर्वे' साथ में आज के अख़बारों की अन्य अहम सुर्खियां.
सेमीकंडक्टर चिप की किल्लत के कारण दुनिया भर के उद्योगों, ख़ासकर ऑटो इंडस्ट्री को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. कारोबारी अख़बार बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, आसियान देशों में कोरोना के डेल्टा वर्जन के बढ़ते मामले और कम वैक्सीन दर, साथ में कोविड को लेकर चीन में लागू कड़े कायदे-कानूनों के कारण कई फैक्ट्रियां और बंदरगाह बंद हैं. इसके अलावा कच्चे माल और कंटेनर की कमी की भी समस्या है. अख़बार के मुताबिक़, दुनिया भर में सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री 439 अरब डॉलर की है. सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री का सबसे बड़ा वैश्विक केंद्र ताइवान है जहां 63 फ़ीसदी फैक्ट्रियां हैं. इसके बाद दक्षिण कोरिया (18 फ़ीसदी) का नंबर आता है और तीसरे नंबर पर चीन (6 फ़ीसदी) है. बाक़ी 13 फ़ीसदी फैक्ट्रियां दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में हैं. इसका असर भारत की ऑटो इंडस्ट्री पर भी पड़ा है. ऑटोमोटिव चिप्स के लिए जो इंतज़ार पहले 8-12 हफ़्तों का होता था, अब वो बढ़कर 36-40 हफ़्तों का हो गया है.More Related News