
चांदी के 15 हजार बर्तन, गोल्ड प्लेटेड कटलरी और शानदार नक्काशी... G-20 के मेहमानों के लिए तैयार किए गए स्पेशल बर्तन
AajTak
दिल्ली में आयोजित होने जा रहे G-20 सम्मेलन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. विदेशी मेहमानों को चांदी और सोने के बर्तनों में खाना परोसा जाएगा. ये बर्तन अपने आप में बेहद खास हैं. बर्तनों में भारत की संस्कृति और विरासत की झलक देखने को मिलेगी.
देश की राजधानी दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. मेहमानों के खाने-पीने की व्यवस्था के भी स्पेशल इंतजाम किए गए हैं. होटलों में स्पेशल व्यंजनों के साथ-साथ खास तरह के क्रॉकरी सेट का इंतजाम किया गया है. मेहमानों को चांदी और सोने को तस्तरी में खाना परोसा जाएगा जिसमें भारत की संस्कृति और विरासत की झलक देखने को मिलेगी.
इन बर्तनों को बनाने वाली कंपनी के मुताबिक, उनकी कंपनी 11 होटलों में बर्तन भिजवा रही है जिसमे आईटीसी ताज भी शामिल है. इससे पहले जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा जब भारत आए थे तो उन्हें खाने के साथ-साथ भारतीय क्रॉकरी इतनी पसंद आई थी कि वो उसे अपने साथ लेकर चले गए थे.
आइरिस कंपनी के मालिक राजीव और उनके बेटे ने बताया कि कुल 3 पीढ़ियों से वो बर्तन बनाने का काम कर रहे हैं जिसमें पूरे भारत की झलक नजर आती है. उनका मकसद विदेशी मेहमानों को भारत की एक झलक एक टेबल पर दिखाने का है. उनके बर्तनों में जयपुर, उदयपुर, बनारस से लेकर कर्नाटक को नक्काशी नजर आती है जिसे बनाने में कई दिन लगते हैं. इन बर्तनों की खासियत ये है कि ये पूरी तरह से 'मेक इन इंडिया' थीम के अंतर्गत आते हैं. कुल 15 हजार बर्तनों का ऑर्डर उन्हें मिला था.
#WATCH | Delhi: Delegates of the G20 Summit to be served in silverware and gold utensils pic.twitter.com/1f2Zm0wGTL
'लैब में टेस्ट होते हैं बर्तन'
बर्तनों को बनाने के बाद उसे आर एंड डी लैब में टेस्ट किया जाता है इसके बाद जिस होटल की जैसी मांग होती है उस हिसाब से ही डिजाइन किया जाता है. जैसे महाराजा थाली के हिसाब से 5 से 6 कटोरी, कांटा, चम्मच, नमक और पेपर के लिए अलग से चांदी का डब्बा होगा. ये बर्तन आईटीसी मौर्य में भी इस्तेमाल किए जाते हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.

लोकसभा में शुक्रवार को कई प्राइवेट मेंबर बिल पेश किए गए, जिनमें सुप्रिया सुले का राइट टू डिस्कनेक्ट बिल, 2025 शामिल है, जो कर्मचारियों को ऑफिस समय के बाद काम से जुड़े कॉल और ईमेल से मुक्त रहने का अधिकार देने का प्रस्ताव करता है. कांग्रेस सांसद कडियम काव्या का मेनस्ट्रुअल बेनिफिट्स बिल, 2024 और लोजपा सांसद शंभवी चौधरी का बिल महिलाओं और छात्राओं के लिए पेड पीरियड लीव सुनिश्चित करने पर केंद्रित है.

दिल्ली के टिकरी कलां में एक किराना दुकान में आग लगने से पति-पत्नी की दम घुटने से मौत हो गई. दुकान के अंदर धुआं भरने के बीच करंट लगने के कारण शटर नहीं खुल पाया और दोनों बाहर नहीं निकल सके. पुलिस ने बताया कि आग शॉप काउंटर में शॉर्ट सर्किट से लगी, जिससे प्लास्टिक सामग्री ने आग पकड़ ली और धुआं तेजी से फैल गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

इंडिगो संचालन संकट के कारण कई उड़ानें रद्द होने और क्षमता घटने से अचानक बढ़े किरायों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने घरेलू उड़ानों पर अधिकतम किराया सीमा लागू कर दी है, जिसके तहत 500 किमी तक 7,500 रुपये, 500–1000 किमी के लिए 12,000 रुपये, 1000–1500 किमी के लिए 15,000 रुपये और 1500 किमी से अधिक दूरी के लिए 18,000 रुपये से ज्यादा किराया नहीं लिया जा सकेगा.

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो को निर्देश दिया है कि सभी लंबित रिफंड 7 दिसंबर रात 8 बजे तक बिना देरी पूरी तरह लौटा दिए जाएं और रद्द हुई उड़ानों से प्रभावित यात्रियों से कोई री-शेड्यूलिंग शुल्क न लिया जाए. मंत्रालय ने स्पेशल पैसेंजर सपोर्ट और रिफंड सेल बनाने, प्रभावित यात्रियों से खुद संपर्क करने और ऑटोमेटिक रिफंड सिस्टम जारी रखने को कहा है.

श्रीनगर इन दिनों एक ब्लैक बियर से परेशान है. कभी NIT कैंपस, कभी कश्मीर यूनिवर्सिटी, तो कभी SKIMS... अब यह भालू निगीन झील के आसपास घूमता दिखा है. विभाग ने शहरभर में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया है, जिसमें ड्रोन, ट्रैंक्विलाइजर गन, रैपिड-रिस्पॉन्स टीमें और एंबुलेंस तैनात हैं. अधिकारियों ने कहा है कि बाहर केवल जरूरत होने पर ही निकलें.






