क्या इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम में जानबूझकर की गई छेड़छाड़? सीबीआई ने ओडिशा ट्रेन हादसे में जांच की शुरू
AajTak
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने पर सवाल उठाए हैं. हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में सबूत मिले हैं कि सिस्टम में जानबूझकर छेड़छाड़ की गई, इसके बाद पेशेवर एजेंसी द्वारा जांच का फैसला किया गया. रेलवे अधिकारियों ने पहले भी पटरी में 'तोड़फोड़' और 'इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम' में छेड़छाड़ की आशंका जताई थी.
केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने ओडिशा के बालासोर में हुए दर्दनाक ट्रिपल ट्रेन हादसे की जांच शुरू कर दी है. CBI की 10 सदस्यों की टीम ने सोमवार को बालासोर में पहुंचकर घटनास्थल का जायजा लिया. बालासोर रेल हादसे में 275 लोगों की मौत हुई है. जबकि 1100 लोग जख्मी हुए. इनमें से 900 लोगों को अस्पताल से छुहट्टी मिल चुकी है. जबकि 200 का अभी इलाज चल रहा है. वहीं, 101 शवों की पहचान भी बाकी है. रेलवे ने रविवार को इस हादसे में सीबीआई जांच की सिफारिश की थी.
समाचार एजेंसी के मुताबिक, खुर्दा रोड डिवीजन के डीआरएम रिनतेश रे ने सीबीआई जांच शुरू होने की पुष्टि की है. इससे पहले रेलवे सेफ्टी कमिश्नर शैलेश कुमार पाठक ने दुर्घटनास्थल का दौरा किया, उन्होंने बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन के कंट्रोल रूम, सिग्नल रूम और सिग्नल प्वाइंट का जायजा लिया. इसके अलावा बालासोर में रेलवे पुलिस ने दुर्घटना को लेकर IPC और रेलवे अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत 3 जून को मामला दर्ज किया है.
क्या सिस्टम में जानबूझकर की गई छेड़छाड़?
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपने पर सवाल उठाए हैं. हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि शुरुआती जांच में सबूत मिले हैं कि सिस्टम में जानबूझकर छेड़छाड़ की गई, इसके बाद पेशेवर एजेंसी द्वारा जांच का फैसला किया गया. रेलवे अधिकारियों ने पहले भी पटरी में 'तोड़फोड़' और 'इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग सिस्टम' में छेड़छाड़ की आशंका जताई थी. शुरुआती जांच के बाद ओडिशा हादसे के पीछे सिग्नल इंटरफेरेंस को हादसे की वजह माना जा रहा है. ऐसे में रेलवे ने सभी जोनल मुख्यालयों को स्टेशन रिले रूम और कंपाउंड हाउसिंग सिग्नलिंग उपकरण की सुरक्षा के लिए कई दिशा-निर्देश जारी किए और एक सुरक्षा अभियान भी शुरू किया है, जिसमें डबल लॉकिंग व्यवस्था शामिल है.
सीबीआई जांच की क्यों पड़ी जरूरत?
सीबीआई जांच की जरूरत से जुड़े सवाल पर एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच के दौरान हमें अहसास हुआ कि इस मामले में अधिक गहन जांच की आवश्यकता है. उन्होने कहा कि शुरुआती जांच के दौरान काफी जानकारियां सामने आई हैं. ऐसे में एक पेशेवर जांच एजेंसी की जरूरत है.
aajtak e-चुनाव के सर्वे में करीब सवा लाख लोगों ने हिस्सा लिया. इनमें से लगभग 73% लोगों ने बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए को लगातार तीसरी बार सत्ता में देखने की इच्छा जताई जबकि विपक्षी इंडिया ब्लॉक को लगभग 23% वोट मिले. करीब 4 फीसदी वोट अन्य को मिले. अगर इन वोटों को सीटों में बांट दिया जाए तो एनडीए को 397 सीटें मिलने का अनुमान है.
मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने आज तक के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की. उन्होंने दावा किया कि BJP बड़े अंतर से जीतेगी. शिवराज ने ये भी कहा कि लोग इस अंतर को देखकर आश्चर्यचकित होंगे. उन्होंने दावा किया कि BJP छिंदवाड़ा सीट भी जीतेगी. उन्होंने यह भी बताया कि दक्षिण के राज्यों में BJP को सफलता मिलेगी.