कोविशील्ड की पहली डोज कोवैक्सीन से ज्यादा प्रभावी, ICRM ने कहा- बनते हैं ज्यादा एंटीबॉडी
ABP News
ICMR के डीजी बलराम भार्गव ने कोवीशील्ड और कोवैक्सीन को लेकर महत्वपूर्ण खुलास किया है. उन्होंने कहा कि कोवीशील्ड की पहली खुराक के बाद शरीर में एंटीबॉडी का स्तर तेजी से बढ़ता है जबकि कोवैक्सीन की पहली खुराक इतनी असरदार नहीं है. कोवैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के बाद ही एंटीबॉडी का लेवल बढ़ता है.
COVID-19 : कोरोना महामारी से निपटने का अब तक का एकमात्र उपाय वैक्सीन है. देश में वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है लेकिन इसकी कमी की वजह से इसकी रफ्तार भी धीमी है. पहले जहां 6 से 8 सप्ताह के अंतराल के बाद कोवीशील्ड वैक्सीन की दूसरी डोज दे दी जाती थी वहीं इसे बढ़ाकर अब 12 से 16 सप्ताह कर दिया गया है. सरकार के इस कदम का बचाव करते हुए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के महानिदेशक बलराम भार्गव (Balram Bhargava) ने कहा है कि कोवीशील्ड (Covishield) की दो डोज के बीच इसलिए समय बढ़ाई गई क्योंकि इसकी पहली खुराक से ही मजबूत इम्यूनिटी बन रही है. उन्होंने कहा है कि कोविशील्ड की दो खुराक के बीच के अंतराल को बढ़ाक र 12-18 सप्ताह कर दिया गया है क्योंकि पहली खुराक में मजबूत इम्यूनिटी बनी है. उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन (Covaxin) के दोनों डोज के बीच के अंतराल में कोई बदलाव इसलिए नहीं किया गया है कि क्योंकि पहली खुराक के बाद इम्यूनिटी, कोवीशील्ड के मुकाबले तेजी से विकसित नहीं होती. कोवैक्सीन की दो डोज के बीच चार से छह सप्ताह का निश्चित है.More Related News