
कोरोना: 24 घंटे में आए 3.42 लाख केस, करीब 4 हजार की मौत, वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार बढ़ा रही चिंता
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एक तरफ कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है और दूसरी तरफ वैक्सीनेशन का काम भी चल रहा है. हालांकि, वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी है. दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत कुछ राज्यों में टीकाकरण रुक भी गया है. दिल्ली में कोवैक्सीन की सप्लाई रुकी है, तो उसके सेंटर्स बंद हो गए हैं.
देश में कोरोना की दूसरी लहर के कारण तबाही जारी है. हालांकि, पिछले कुछ दिनों में कोरोना के मामलों में थोड़ी से कमी दर्ज की गई है. बीते 24 घंटे में भी भारत में कोरोना वायरस के कुल 3.42 लाख केस दर्ज किए गए हैं, जो हाल ही के दिनों में कुछ कम हैं. चिंता की बात ये है कि अभी भी मौतों का आंकड़ा चार हजार के करीब ही है. • बीते 24 घंटे में सामने आए कुल केस: 3,42,896 • बीते 24 घंटे में हुई कुल मौतें: 3,997 • कुल एक्टिव केस: 37,00,327 • कुल मौत: 2,62,350महाराष्ट्र, दिल्ली और यूपी में कम हुए केस कोरोना संकट से जूझ रहे महाराष्ट्र में नए मामलों में कुछ कमी आई है. महाराष्ट्र में बीते दिन 42 हज़ार के करीब नए केस दर्ज किए गए, जबकि 850 लोगों की मौत हुई. हालांकि, राज्य में अभी भी 5.33 लाख एक्टिव केस हैं, राज्य में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां भी बढ़ा दी गई हैं. राजधानी दिल्ली में भी कोरोना के नए मामलों में कुछ कमी आई है. दिल्ली में बीते दिन 10 हज़ार से कुछ ही ज्यादा केस दर्ज किए गए, जबकि 308 लोगों की मौत हुई. दिल्ली में अब एक्टिव केस की संख्या भी 80 हज़ार से कम हो गई है, जबकि सरकार के मुताबिक ऑक्सीजन की खपत भी कम हुई है. अगर बात उत्तर प्रदेश की करें तो यहां बीते दिन 17 हज़ार के करीब नए केस आए हैं, जबकि 277 लोगों की मौत हुई है. राज्य में अभी 2 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं, भले ही नए मामलों में कुछ कमी आई हो लेकिन उत्तर प्रदेश के ग्रामीण इलाकों से आ रही खबरें चिंता बढ़ा रही हैं.वैक्सीनेशन की धीमी रफ्तार से बढ़ रही चिंता एक तरफ कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है और दूसरी तरफ वैक्सीनेशन का काम भी चल रहा है. हालांकि, वैक्सीनेशन की रफ्तार काफी धीमी है. दिल्ली, महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत कुछ राज्यों में टीकाकरण रुक भी गया है. दिल्ली में कोवैक्सीन की सप्लाई रुकी है, तो उसके सेंटर्स बंद हो गए हैं. महाराष्ट्र, कर्नाटक में भी 18 प्लस वालों के लिए टीका नहीं है, ऐसे में कोरोना से जंग कैसे जीती जाएगी, ये भी बड़ा सवाल है.
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