कोरोना: दिल्ली-मुंबई की हालत सुधरी, दक्षिण के कुछ राज्यों में चिंता बरकारार, एक्टिव केस 27,20,716
AajTak
भारत में कोरोना की दूसरी लहर का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है. पिछले दस दिनों में ही करीब एक्टिव केस 10 लाख तक घटे हैं. हालांकि, कुछ राज्य ऐसे हैं जहां अभी भी ताजा आंकड़े चिंता बढ़ाने वाले हैं.
भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर की रफ्तार अब कुछ कमज़ोर होने लगी है. हालांकि अभी भी हर दिन ढाई लाख के करीब नए केस आ रहे हैं, मौतों का आंकड़ा भी हर रोज़ 4 हज़ार के आसपास बना हुआ है. लेकिन एक्टिव केस की संख्या घटी है, साथ ही दिल्ली-मुंबई जैसे बड़े शहरों की हालत में सुधार आया है. लेकिन अब कुछ नए हिस्से हैं, जहां केस बढ़ रहे हैं. कोरोना की ताज़ा स्थिति क्या है, समझिए...एक्टिव केसों की संख्या में भारी कमी कोरोना की दूसरी लहर के दौरान भारत में काफी खतरनाक स्थिति हो गई थी. एक्टिव केस की संख्या भी 37 लाख को पार कर गई थी, लेकिन कई राज्यों में लगे लॉकडाउन के बीच अब स्थिति में कुछ सुधार आया है. भारत में अब एक्टिव केस की संख्या 27 लाख तक पहुंच गई है. नए केस कम हैं और रिकवर होने वालों की संख्या भी ज्यादा है. सोमवार को एक्टिव केस की कुल संख्या 27,20,716 है. करीब दस दिन में ही दस लाख एक्टिव केस कम हुए हैं. क्लिक करें: कोरोना से 13 दिन में 50 हजार मौतें, 3 लाख के पार पहुंचा आंकड़ा, US-ब्राजील के बाद अब भारत का नंबरदिल्ली और मुंबई में बड़ी राहत दूसरी लहर के दौरान सबसे ज्यादा राहत दिल्ली और मुंबई में देखने को मिली है. ये दोनों ही ऐसे शहर थे, जहां एक-एक लाख तक एक्टिव केस पहुंच गए थे. दिल्ली, मुंबई में पूरे मई महीने में पाबंदी रही, जिसका असर दिख रहा है. दिल्ली में अब पॉजिटिविटी रेट 3 फीसदी के नीचे चला गया है, जबकि मुंबई की स्थिति में भी सुधार आया है. दिल्ली में अब 27,610 एक्टिव केस हैं, जबकि मुंबई में भी ये संख्या 28 हजार के करीब है. दोनों शहरों में मई के शुरुआत में बेड्स, ऑक्सीजन की किल्लत की खबरें आती थीं जो अबतक काफी हदतक कम हो गई हैं. हालांकि, महाराष्ट्र में मौतों का अधिक आंकड़ा अभी भी चिंता का विषय बना हुआ है.More Related News
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.