कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को लेकर US, WHO और भारत के एक्सपर्ट की अलग है राय
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भारत में कोरोना वायरस का नया रूप, डेल्टा प्लस दस्तक दे चुका है. मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल से अब तक देश में तकरीबन चालीस मरीज सामने आ चुके हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो डेल्टा प्लस वैरिएंट इसके पीछे मुख्य रूप से शामिल हो सकता है.
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में एक बेहद बुरा दौर देखने को मिला. ऑक्सीजन से लेकर अस्पतालों में बेड की कमी और श्मशान में लगती लंबी कतारें देखकर हर कोई परेशान था. ऐसे में अब दूसरी लहर कुछ शांत होती दिखाई दे रही है, लेकिन खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है. माना जा रहा है कि दूसरी के बाद अब कोरोना की तीसरी लहर भी आ सकती है. ऐसे में जहां एक तरफ एक्सपर्ट्स तीसरी लहर को लेकर अंदाजे लगा रहे हैं वहीं दूसरी तरफ कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट चिंता की सबसे बड़ी वजह बन गया है. भारत में कोरोना वायरस का नया रूप, डेल्टा प्लस दस्तक दे चुका है. मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और केरल से अब तक देश में तकरीबन चालीस मरीज सामने आ चुके हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर कोरोना की तीसरी लहर आती है तो डेल्टा प्लस वैरिएंट इसके पीछे मुख्य रूप से शामिल हो सकता है.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.