कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को ज्यादा खतरा, माता-पिता को आखिर क्या करना चाहिए?
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डॉक्टरों ने शुरुआती जांच के बाद माता-पिता को बताया था कि बच्चे को पहले भी कोरोना संक्रमण हुआ है, जिससे उसके फेफड़े काफी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. माता-पिता के लिए यह खबर हैरान करने वाली थी.
मुंबई के उपनगरीय इलाके में रहने वाले 11 वर्षीय आयुष (बदला हुआ नाम) की इसी महीने सांस फूलने और सीने में तकलीफ की शिकायत के बाद मौत हो गई थी. उसका इलाज शहर के एक अस्पताल में चल रहा था, जहां डॉक्टरों ने शुरुआती जांच के बाद माता-पिता को बताया था कि बच्चे को पहले भी कोरोना संक्रमण हुआ है, जिससे उसके फेफड़े काफी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. माता-पिता के लिए यह खबर हैरान करने वाली थी.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.