
कोरोना काल में कैसे काम कर रहे तमाम राज्यों के CM, जानिए योगी से लेकर ममता तक की वर्किंग स्टाइल
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कोरोना काल में सीएम योगी के ताबड़तोड़ दौरों की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है. ऐसे में हमने यह जानने की कोशिश की देश के अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के काम करने का अंदाज कैसा है. क्या वे लोग भी योगी आदित्यनाथ की तरह जमीनी हकीकत पता करने के लिए दौरे कर रहे हैं या फिर वर्चुअली सबकुछ मॉनिटर कर रहे हैं.
कोरोना की इस दूसरी वेव ने पूरे देश में तहलका मचा रखा था. चारों तरफ से अव्यवस्थाओं की खबरें आ रही थीं. ऐसे में सीएम योगी ने कोरोना के साथ अपनी व्यक्तिगत जंग निपटाने के बाद, यानी कोरोना निगेटिव होने के बाद एक बार फिर मैदान में उतर कर मोर्चा संभाला. जिसके बाद यूपी की स्थिति काफी हद तक संभलती नजर आने लगी. हालांकि अब वायरस का संक्रमण भी लगातार धीमा होता नजर आ रहा है. नए केसों की संख्या कम होती जा रही है. कोरोना को परास्त करने के संकल्प के क्रम में बचाव कार्य और वैक्सीनेशन के प्रति प्रदेश सरकार पूरी सक्रियता के साथ कार्य कर रही है। आज जनपद गोरखपुर व अयोध्या में जारी बचाव कार्यों की समीक्षा की, ICCC का निरीक्षण किया और वैक्सीनेशन कार्य का अवलोकन किया। हम जीतेंगे! pic.twitter.com/WLkA2goE2v I salute our docs, engineers and workers who worked round the clock on war footing and constructed these 500 ICU beds in just 15 days at Ramlila maidan opp LNJP hospital. 250 ICU beds start tomo and 250 in next two days. pic.twitter.com/Ufo4udyaUg #AssamCovidUpdate With MP @pallablochandas I inspected #Covid management at GMCH. With rising cases it is important that we strengthen our deployment & resources. Also, checked ongoing construction of a new 200-bed Covid ICU in erstwhile parking area. Gratitude doctors. pic.twitter.com/GHxW4kFKt3 वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कोविड संक्रमण, लॉकडाउन तथा संसाधनों की उपलब्धता सहित अन्य संबंधित विषयों पर उच्च स्तरीय समीक्षा में निर्देश दिए कि प्रदेश में सीएचसी और पीएचसी स्तर पर कोविड उपचार की व्यवस्थाओं को युद्ध स्तर पर सुदृढ़ बनाया जाए। 1/2 pic.twitter.com/XQv9ooSsoH सीएम योगी के ताबड़तोड़ दौरों की सोशल मीडिया पर काफी चर्चा हो रही है. ऐसे में हमने यह जानने की कोशिश की देश के अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के काम करने का अंदाज कैसा है. क्या वे लोग भी योगी आदित्यनाथ की तरह जमीनी हकीकत पता करने के लिए दौरे कर रहे हैं या फिर वर्चुअली सबकुछ मॉनिटर कर रहे हैं.
आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

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भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

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