
कोरोना काल और आज की वैश्विक चुनौतियों में कौन सा समय ज्यादा कठिन था, क्या बोलीं निर्मला?
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त्योहारों और बिहार चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने जीएसटी दरों में कटौती कर मध्यम वर्ग को राहत दी है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि कोविड काल से मिली सीख ने सरकार को जनता-हित में साहसिक निर्णय लेने की प्रेरणा दी. उन्होंने बताया कि पीएम मोदी ने बिना रेवेन्यू की चिंता किए देशवासियों को मुफ्त वैक्सीनेशन देने का संकल्प लिया और अब उसी सोच से टैक्स राहत दी जा रही है.
बिहार में विधानसभा चुनाव और त्योहारों से ठीक पहले केंद्र सरकार ने जीएसटी दरों में कटौती की है. माना जा रहा है कि इससे मध्यम वर्ग को सीधा फायदा मिलेगा और उनकी जेब में कुछ पैसे बचेंगे. जीएसटी दरों में कमी के बाद देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज तक के कार्यक्रम में कोरोना काल और आज की वैश्विक चुनौतियों में कौन सा समय ज्यादा कठिन है, इस पर अपनी राय रखी.
वित्त मंत्री ने इस सवाल के जवाब में कहा, 'कोविड के प्रभाव से हमने बहुत कुछ सीखा, जब राज्य टैक्स रेवेन्यू में कमी को लेकर चिंतित हैं तो यह केंद्र सरकार की भी जिम्मेदारी है कि वह इसे स्थिर रखे. कोविड के दौरान पूरे देश में कई चुनौतियां थीं, लेकिन उस समय भी हमारे प्रधानमंत्री अडिग रहे और यह नहीं सोचा कि अब क्या होगा.'
कोविड से मिली सीख को दोहराया: वित्त मंत्री
निर्मला सीतारमण ने कहा कि पीएम मोदी ने मीटिंग में कहा था, 'मैं यह नहीं चाहता कि आप कहीं भी रेवेन्यू ढूंढें, लेकिन मैं अपने देश के लोगों को फ्री वैक्सीनेशन देना चाहता हूं, 140 करोड़ लोगों को दो डोज मुफ्त दिए जाएं. इसके लिए हमने पैसे कर्ज लेकर या अन्य तरीकों से जुटाए, लेकिन लोगों को मुफ्त वैक्सीनेशन दिया.'
उन्होंने आगे कहा, 'मैंने इस जीएसटी काउंसिल (दरों में कटौती) की मीटिंग में भी इसे कोट किया, अगर कुछ राज्य रेवेन्यू को लेकर चिंतित हैं और इससे केंद्र सरकार को भी चिंता होनी चाहिए तो हमें सबसे पहले देश की जनता को देखना है और फिर फैसला करना है कि कैसे पैसे को मोबिलाइज करें और टैक्स प्राप्त करें, लेकिन प्रधानमंत्री के काम करने के अप्रोच को समझिए, बिना रेवेन्यू की चिंता किए उन्होंने कहा कि लोगों को मुफ्त में वैक्सीन दीजिए.'
मध्यम वर्ग की जेब में बचेंगे ज्यादा पैसे

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