
कैरिबियाई सागर में अमेरिका ने फिर किया हमला... ड्रग तस्करी कर रही शिप को बनाया निशाना, वेनेजुएला संग बढ़ा तनाव
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कैरिबियाई सागर में अमेरिकी सेना ने ड्रग तस्करी वाली नाव को निशाना बनाकर हमला किया, जिसमें पहली बार कुछ लोग जीवित बचे हैं. रॉयटर्स के अनुसार, अब तक ऐसे सभी अभियानों में कोई भी नहीं बचा था. हालांकि पेंटागन ने इस मामले पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
अमेरिकी सेना ने कैरिबियाई सागर में एक संदिग्ध ड्रग तस्करी वाली नाव पर सैन्य हमला किया है. अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि इस हमले में पहली बार कुछ लोग जिंदा बचे हैं, जो अब तक के सभी हमलों से अलग है. ऐसे में अमेरिका और वेनेज़ुएला के बीच संबंध तनावपूर्ण होते जा रहे हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को 'अवैध राष्ट्रपति' करार दिया है. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलीन लेविट ने कहा कि ट्रंप के अनुसार मादुरो एक अवैध शासन चला रहे हैं और वेनेज़ुएला की जनता का वैध प्रतिनिधित्व नहीं करते.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी अधिकारी ने अपनी पहचान गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि इस अमेरिकी हमले की जानकारी सीमित है, लेकिन अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या अमेरिकी सेना ने जीवित बचे लोगों की मदद की या वे अब अमेरिकी हिरासत में हैं. हालांकि पेंटागन ने फिलहाल इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है. अमेरिकी रक्षा विभाग ने पहले जिन लोगों को निशाना बनाया था, उन्हें ‘नार्को-टेररिस्ट’ (नशा-आतंकवादी) बताया था.
अब तक 27 लोगों की मौत, कानूनी विवाद गहराया
इससे पहले अमेरिका ने वेनेजुएला के पास संदिग्ध ड्रग बोट्स पर किए गए हमलों में कम से कम 27 लोगों को मार गिराया था. इन हमलों को लेकर कई कानूनी विशेषज्ञों और डेमोक्रेट सांसदों ने सवाल उठाए थे कि क्या ये कार्रवाइयां युद्ध कानूनों के अनुरूप हैं.
वहीं, ट्रंप प्रशासन का तर्क है कि अमेरिका पहले से ही वेनेजुएला के नशा-आतंकवादी समूहों के खिलाफ युद्ध में शामिल है, इसलिए ये हमले वैध हैं. ट्रंप प्रशासन द्वारा जारी वीडियो में पहले हुए हमलों में नावों को पूरी तरह नष्ट होते दिखाया गया था, और किसी के बचने की रिपोर्ट नहीं थी.
कैरिबियाई सागर में अमेरिकी सैन्य जमावड़ा

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