कृषि संगठनों ने फिर दिखाई ताकत, क्या किसान करेंगे UP सरकार के वोट पर चोट?
AajTak
वैसे तो कृषि कानूनों को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के 1 साल पूरे होने के खिलाफ कृषि संगठनों का भारत बंद था. लेकिन दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर मोर्चा संभाल रहे राकेश टिकैत पर सबकी नजरें सबसे ज्यादा टिकी थीं. टिकैत पहले ही 2022 के यूपी चुनाव में बीजेपी को वोट की चोट देने का दम भर चुके हैं, तो भारत बंद में उनका निशाना यूपी सरकार सबसे ज्यादा देखा गया. राकेश टिकैत ने 1 दिन पहले गन्ने का समर्थन मूल्य 25 रुपया बढ़ाने के योगी सरकार के फैसले को वादा खिलाफी करार दे दिया. बीजेपी किसान संगठनों के निशाने पर है, लेकिन यूपी की योगी सरकार खुद को सबसे बड़ा किसान हितैषी बता रही है. गन्ना का समर्थन मूल्य बढ़ाने से लेकर, किसानों के ऊपर थोपे गए मुकदमे वापस लेने जैसे फैसलों को गिना रही है. क्या किसान करेंगे यूपी सरकार के वोट पर चोट? देखें ये वीडियो.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.