
कर्नाटक उपचुनाव को लेकर सियासत तेज, चन्नापटना सीट पर BJP-JDS के बीच खींचतान!
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उपचुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद कर्नाटक की चन्नापटना सीट पर सियासी हलचल तेज हो गई है. इस सीट को लेकर बीजेपी और JDS के बीच रस्साकसी जारी है.
कर्नाटक की तीन सीटों पर होने वाले विधानसभा उपचुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. जिन तीन सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें संदुर, चन्नापटना और शिगगांव विधानसभा सीट शामिल हैं. ये तीनों सीटें, ई. तुकाराम, एचडी कुमारस्वामी और पूर्व सीएम बसवराज बोम्मई के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई हैं. NDA ने कर्नाटक की 28 लोकसभा सीटों में से 19 पर जीत हासिल की थी. जिसमें से बीजेपी को 17 सीटें और JD(S) को 2 सीटों पर जीत मिली थी. चुनाव जीतने और राज्य में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद कुमारस्वामी को केंद्र में अहम पद दिया गया.
अब कर्नाटक में होने वाले उपचुनाव पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं, सबसे ज्यादा चर्चा चन्नापटना विधानसभा सीट की है. यहां से किसी भी पार्टी ने अभी तक उम्मीदवार का ऐलान नहीं किया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि जेडीएस इस सीट से अपना कैंडिडेट उतारेगी. चर्चा तो यहां तक है कि कुमारस्वामी अपने बेटे निखिल कुमारस्वामी को इस सीट से चुनावी रण में उतारेंगे.
निखिल ने 2019 का लोकसभा चुनाव मांड्या सीट से लड़ा था. जब कुमारस्वामी कांग्रेस के साथ गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे थे. फिर 2023 में निखिल ने रामानगर से विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन अब जेडीएस के नेता और कार्यकर्ताओं का एक वर्ग देवगौड़ा और कुमारस्वामी पर निखिल को आगे बढ़ाने के लिए दबाव बना रहा है.
बीजेपी नेता सीपी योगेश्वर का दावा
वहीं, बीजेपी नेता सीपी योगेश्वर चन्नापटना की सीट से 4 बार चुनाव जीत चुके हैं. उन्होंने कभी बीजेपी की टिकट पर चुनाव लड़ा तो कभी वो कांग्रेस के बैनर तले चुनावी मैदान में उतरे. इसके अलावा एक बार समाजवादी पार्टी की टिकट पर तो एक बार बतौर निर्दलीय भी वह विधानसभा पहुंचे हैं. योगेश्वर ने कहा कि अगर बीजेपी उन्हें टिकट नहीं देती है तो वो दूसरा रास्ता तलाश करेंगे. जिससे बीजेपी राज्य इकाई के अंदर दुविधा की स्थिति बन गई है.
बीजेपी और JDS के बीच खींचतान

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