
कंडोम, गर्भनिरोधक गोलियां... ये चीजें अपने बच्चों के बैग में क्यों रख रहे पेरेंट्स
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पहली बार घर से बाहर निकलकर कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राओं के बैग में उनके माता-पिता कंडोम, गर्भनिरोधक गोलिया और नार्कन जैसे स्प्रै रख रहे हैं. जानते हैं ऐसा करने के पीछे अभिभावकों की क्या मंशा है.
कंडोम, नार्कन और गर्भनिरोधक गोलियां या प्लान बी, जैसी चीजें अमेरिकी माता-पिता पहली बार कॉलेज जाने वाले अपने बेटे-बेटियों के बैग में रख रहे हैं. इन अभिभावकों का कहना है कि ये कॉलेज सर्वाइवल किट है. हाल में एक मां और उसकी बेटी का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया था, जिसमें मां पहली बार कॉलेज जाने के लिए बेटी का बैग तैयार कर रही थी. इसमें इस कॉलेज सर्वाइवल किट का जिक्र हुआ था.
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के कॉलेजों में आने वाले नए विद्यार्थियों के चिंतित माता-पिता बच्चों का बैग पैक करते वक्त जीवन रक्षक के तौर पर जो पहली चीज डाल रहे हैं, वो है नार्कन. यह एक तरह का नैसल स्प्रै है. इसके साथ ही कंडोम और गर्भनिरोधक गोलियां भी आधुनिक आवश्यक चीजों की सूची में शामिल है.
क्या होता नार्कन उत्तरी कैरोलिना की मनोविज्ञान की छात्रा जिसका छद्म नाम समर है, उसने द पोस्ट को बताया कि मैंने एक लड़की को तब नार्कन दिया जब वह कैंपस के बाहर एक पार्टी के बाद सामने वाले लॉन में बेहोश हो गई थी. यह स्प्रै सचमुच जिंदगियां बचाती है.
नार्कन, जिसे आधिकारिक तौर पर नालोक्सोन के नाम से जाना जाता है. एक ओपिओइड के प्रभावों को कम करता है. फेंटेनाइल जैसे अवैध पदार्थों का सेवन करने के बाद इसके बुरे प्रभाव को नार्कन उलट देता है. इसलिए 20 साल की समर जैसी छात्रा या छात्र को बैग में नार्कन जैसी चीजें ठीक लगती है.
एक वीडियो से कॉलेज सर्वाइवल किट चर्चा में आया फेसबुक मॉम ग्रुप्स से लेकर वायरल टिकटॉक क्लिप्स तक, इस चमत्कारिक दवा को 'कॉलेज सर्वाइवल किट' में गर्भनिरोधक गोलियां और कंडोम के साथ स्थान मिला हुआ है.
इडाहो की 42 साल की मां जेमी और 18 साल की बेटी सोफिया ग्रीन ने हाल ही में सोशल मीडिया पर सोफिया की बोइस स्टेट यूनिवर्सिटी में इस शरद ऋतु में होने वाली कक्षाओं के पहले दिन के लिए गैर-पारंपरिक आवश्यकताओं की अपनी सूची का खुलासा करके बड़ी हलचल मचा दी थी.

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