ओडिशा और झारखंड में कोरोना गाइडलाइंस का पालन कराने गईं पुलिस पर हमला, 12 गिरफ्तार
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ओडिशा के मयूरभंज जिले के एक गांव में पारंपरिक चैत्री पर्व के आयोजन के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा थे. सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर लोगों को कोरोना वायरस के खतरे के बारे में सचेत करना चाहा तो लोगों ने पुलिस पर ही हमला कर दिया
ओडिशा और झारखंड से ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जहां कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करा रही पुलिस पर हमला कर दिया गया. ओडिशा के मयूरभंज जिले के एक गांव में पारंपरिक चैत्री पर्व के आयोजन के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा थे. सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर लोगों को कोरोना वायरस के खतरे के बारे में सचेत करना चाहा तो लोगों ने पुलिस पर ही हमला कर दिया. इसमें एक एएसआई समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. पुलिस ने 12 लोगों को गिरफ्तार किया है. इसी तरह झारखंड के गोड्डा जिले के एक गांव में रविवार की पैठ में लोगों की भीड़ जुटने की सूचना मिलने पर पुलिस पार्टी कोरोना गाइडलाइंस का पालन कराने पहुंची तो उस पर भी हमला कर दिया गया.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.