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एग्जिट पोल आते ही क्यों अहम हुए निर्दलीय और बागी उम्मीदवार? राजस्थान में जोड़-तोड़ की राजनीति तेज
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राजस्थान के एग्जिट पोल में कांटे की टक्कर दिखने के बाद जिताने की ताकत रखने वाले निर्दलीय बागी उम्मीदवारों से सूबे की दोनों बड़ी पार्टियां यानी बीजेपी और कांग्रेस संपर्क करने लगी है. राजस्थान में दावा है कि बीजेपी से बगावत करके 32 और कांग्रेस से बगावत करके 22 उम्मीदवार उतरे, इन्हीं बागियों से संपर्क में दोनों दलों के बड़े नेता जुटे हैं.
पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल आ चुके हैं. इंडिया टुडे एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक मध्य प्रदेश में एकतरफा बीजेपी की जीत हो सकती है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस आगे है. लेकिन राजस्थान वो राज्य है, जहां पर नतीजों में भले कांग्रेस आगे खड़ी है, लेकिन टक्कर बीजेपी से कम नहीं, बल्कि काफी कड़ी है. इसीलिए एग्जिट पोल के बाद राजस्थान में जोड़-तोड़ की सियासी सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है.
बताया जा रहा है कि एग्जिट पोल में कांटे की टक्कर दिखने के बाद जिताने की ताकत रखने वाले निर्दलीय बागी उम्मीदवारों से सूबे की दोनों बड़ी पार्टियां यानी बीजेपी और कांग्रेस संपर्क करने लगी है. दरअसल, राजस्थान में दावा है कि बीजेपी से बगावत करके 32 और कांग्रेस से बगावत करके 22 उम्मीदवार उतरे. इन्हीं बागियों से संपर्क में दोनों दलों के बड़े नेता जुटे हैं.
राजस्थान में क्या कहते हैं एग्जिट पोल-
1. राजस्थान में एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस 86 से 106 सीट तक जा सकती है तो बीजेपी 80 से 100 सीट तक जा सकती है. यानी भले कांग्रेस आगे दिख रही है, लेकिन बीजेपी भी इससे बहुत पीछे नहीं है.
2. राजस्थान में बहुमत 100 सीटों पर अभी माना जाएगा. क्योंकि 200 में से 199 सीट पर ही चुनाव हुआ है. एक सीट पर उम्मीदवार के चुनाव से पहले ही मृत्यु के कारण मतदान नहीं हो पाया है.
3. 100 सीट के बहुमत में एग्जिट पोल के मुताबिक कांग्रेस बहुमत से बहुत ज्यादा सीटें हासिल करती नहीं दिख रही है. वहीं बीजेपी का आंकड़ा भी बहुमत के करीब पहुंच सकता है.
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