
एक साल की बच्ची से रेप करने वाले को आजीवन जेल, कोर्ट ने कहा- 25 साल तक कतई परोल न मिले
AajTak
लुधियाना में एक साल की बच्ची से रेप के आरोपी को कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. इसके साथ ही उसे 25 साल तक परोल न देने का भी फैसला सुनाया है. इस मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए 38 दिन में कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी थी. वहीं कोर्ट ने भी 60 दिन में इस मामले में फैसला सुना दिया.
लुधियाना की स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट ने पॉक्सो एक्ट में एक बड़ा फैसला सुनाया. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश अमर जीत सिंह की कोर्ट ने बुधवार को एक साल की बच्ची से रेप के दोषी को उम्रकैद की सजा सुनाई है. साथ ही यह आदेश दिया कि उसे 25 साल तक कोई परोल नहीं दी जाएगी. इस साल 18 मार्च को पुलिस ने कोर्ट में चार्जशीट दायर की थी. महज 60 दिन के भीतर कोर्ट ने सुनवाई पूरी कर दोषी को सजा सुना दी.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक कोर्ट ने बिहार के दरबंगा के मूल निवासी और लुधियाना में रह रहे राजा राम (27 वर्षीय) को दोषी ठहराया है. उसे अपने पड़ोस में रहने वाली बच्ची से रेप करने पर आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है.
इस मामले में स्पेशल पब्लिक पॉसिक्यूटर बी डी गुप्ता ने कहा कि आरोपी ने इस साल आठ फरवरी को खेलने के बहाने कमरे में ले जाकर बच्ची के साथ क्रूरतापूर्वक बलात्कार किया था. काम के सिलसिले में बाहर गए बच्ची के माता-पिता जब घर लौटे तो उन्होंने देखा कि बच्ची के शरीर से खून बह रहा था और वह रो रही थी.
इसके बाद बच्ची को अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने पुष्टि की कि उसके साथ बलात्कार हुआ है. बच्ची का पिता मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं लेकिन वह लुधियाना में माली का काम करत है. उसने पुलिस को बताया कि आसपास के इलाके में रहने वाले राजा राम ने उसकी बेटी के साथ रेप किया है.
बीडी गुप्ता ने बताया कि आरोपी के खिलाफ 9 फरवरी को सराभा नगर पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 376, 363 और 366-ए और POCSO अधिनियम की धारा 6 के तहत केस दर्ज किया गया था.
केस दर्ज करने के बाद पुलिस ने तेजी दिखाते हुए इस मामले में 18 मार्च को विशेष फास्ट ट्रैक POCSO कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी. वहीं कोर्ट ने भी 60 दिनों में सुनवाई पूरी कर उसे कठोरा सजा सुना दी.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.










