'आग कैसे बुझाएं, बाल्टी कैसे उठाएं सब हम बताएं...?', प्रदूषण पर केंद्र, राज्य सरकारों को 'सुप्रीम' फटकार
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पलूशन (Delhi Pollution) पर केंद्र और राज्य सरकारों को सुप्रीम कोर्ट की फटकार लगी है. इसमें नौकरशाहों को भी घेरा गया. पराली और पटाखों पर भी कोर्ट ने बात की.
सुप्रीम कोर्ट में आज बुधवार को दिल्ली के प्रदूषण (Delhi Pollution) के मसले पर सुनवाई हुई. यहां सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और संबंधित राज्य सरकारों के रुख पर नाराजगी जताई. कोर्ट ने कहा कि सिर्फ बैठकों पर बैठकें हो रही हैं. कोर्ट ने यहां तक कह दिया कि नौकरशाह फैसला लेने से बच रहे हैं. वो सिर्फ कोर्ट के आदेश का इंतजार करते हैं. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि नौकरशाह चाहते हैं कि कोर्ट उन्हें बताए कि आग कैसे बुझाएं. कैसे बाल्टी उठाएं. बता दें कि इस मामले पर अब अगली सुनवाई 24 नवंबर को होगी.
पिछले तीस सालों से एक जज के रूप में मैंने देखा है कि नौकरशाही ने आलस घर गया है. वो कोई फैसला नहीं लेना चाहती. वो सिर्फ ये चाहती है कि हर फैसला और सुझाव कोर्ट से आए. वो चाहते हैं कि हम उन्हें बताएं कि आग कैसे बुझाएं. कैसे बाल्टी उठाएं.
अरुणाचल प्रदेश-गोवा-मिजोरम और केंद्र शासित प्रदेश कैडर के 1987 बैच के आईएएस अधिकारी, कुमार को पिछले साल अप्रैल में मुख्य सचिव के पद पर नियुक्त किया गया था. इससे पहले वह अरुणाचल प्रदेश के सीएस थे. 60 वर्षीय नौकरशाह पिछले साल 30 नवंबर को रिटायर होने वाले थे. तब 6 महीने के लिए उनका कार्यकाल बढ़ा दिया गया था.
नांदेड़ के पेंगांगा नदी के किनारे एक परिवार ओपने रिश्तेदार के साथ मटन पार्टी करने गया था. सभी लोगों ने पार्टी में खाना खाया. इसके बाद करीब 5 से 10 लोग नदी में नहाने चले गए. सभी एक-दूसरे पर पानी फेंककर नदी में नहाने का आनंद ले रहे थे. इसी दौरान एक लड़की डूबने लगी. उसे बचाने गई दो अन्य लड़कियां भी डूब गई.
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डीसीपी (महिलाओं के खिलाफ अपराध) वीरेंद्र विज ने बताया कि शिक्षक संजू वर्मा ने लड़की को पहले इंस्टाग्राम पर फॉलो करने के अनुरोध को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया. इसके बाद आरोपी शिक्षक ने ऐप पर उसे "अश्लील" मैसेज भेजने शुरू कर दिए. मामले की जानकारी मिलने के बाद पीड़िता के पिता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी.