अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुआ ऑकस समझौता क्या है, जिसे लेकर चीन नाराज़ है
BBC
अमेरिका-ब्रिटेन-ऑस्ट्रेलिया के गठबंधन के बाद जहां चीन ने ऑस्ट्रेलिया को 'विरोधी' की श्रेणी में रख दिया है वहीं फ्रांस ने भी नाराज़गी ज़ाहिर है.
चीन ने अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए ऐतिहासिक सुरक्षा समझौते 'ऑकस' की आलोचना करते हुए इसे बेहद ग़ैर ज़िम्मेदाराना बताया है. चीन ने कहा है कि यह छोटी सोच का उदाहरण है.
चीन ने अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए रक्षा समझौते की निंदा करते हुए कहा कि ये 'शीत युद्ध की मानसिकता' को दर्शाता है. इससे पहले ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने एक विशेष सुरक्षा समझौते की घोषणा की थी.
इस समझौते के तहत अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया को न्यूक्लियर पन्नडुबी की तकनीक भी मुहैया करवाएगा. जानकारों का मानना है कि इस नए सुरक्षा समझौते को एशिया पैसेफ़िक क्षेत्र में चीन के प्रभाव से मुक़ाबला करने के लिए बनाया गया है.
यह क्षेत्र वर्षों से विवाद का कारण है और वहां तनाव बना हुआ है. चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने कहा, "इन्हीं वजहों से हथियारों के अंतरराष्ट्रीय प्रसार को रोकने के प्रयासों को धक्का लगता है."
उन्होंने अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए इस नए रक्षा समझौते की निंदा करते हुए कहा कि ये 'शीत युद्ध की मानसिकता' को दर्शाता है. चीनी की सरकारी मीडिया ने इस समझौते की निंदा करते हुए संपादकीय लेख प्रकाशित किये हैं.