अब CRPF अधिकारियों को दी जाएगी गोला-लाठी ट्रेनिंग, बेकाबू भीड़ से निपटना होगा आसान
AajTak
वर्तमान में चल रहे चैलेंज को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि सीआरपीएफ के अधिकारियों को गोला-लाठी की ट्रेनिंग दी जाए. इसके बाद ये अधिकारी अपने नीचे तैनात जवानों को ये ट्रेनिंग देंगे. अनियंत्रित भीड़ से निपटने के लिए यह तैयारी कराई जा रही है.
देश में कानून व्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा में तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के अधिकारियों को गोला-लाठी की ट्रेनिंग दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं. सीआरपीएफ (CRPF) ने 16 फ़रवरी को एक ऑर्डर जारी करके, अधिकारियों को इस ट्रेनिंग के निर्देश दिए हैं.
1 जून यानी कल चुनाव का आखिरी दौर है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर ध्यानमग्न हैं. 2019 में फाइनल राउंड से पहले प्रधानमंत्री ने केदारनाथ में 17 घंटे तक साधना की थी. इस बार पीएम 45 घंटे तक ध्यान में हैं. पीएम विवेकानंद रॉक मेमोरियल के ध्यान मंडपम में कल शाम से ध्यान पर हैं, जो कल शाम 6 बजकर 45 मिनट तक चलेगा. पीएम की साधना तस्वीरें आ गई हैं. विवेकानंद मेमोरियल रॉक के ध्यान मंडपम में पीएम ध्यान में हैं. इसके अलावा वो सूर्य नमस्कार करते हुए भी नजर आ रहे हैं.
कई इलाकों में लोगों को पानी के टैंकरों के पीछे बाल्टी और पाइप लेकर दौड़ते देखा जा सकता है. पानी का टैंकर देखते ही लोग उस पर झपट पड़ते हैं जिसके कई वीडियो सामने आए हैं. लोग लंबी-लंबी लाइनों में लगे हुए हैं. संकट इतना बड़ा है कि गुरुवार को दिल्ली सरकार को इमरजेंसी बैठक बुलानी पड़ी. इसके अलावा पानी की बर्बादी पर जुर्माना लगाया ही जा चुका है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कन्याकुमारी में ध्यान कर रहे हैं. ठीक 131 साल पहले उसी जगह एक और नरेंद्र ने ध्यान लगाया था और वहां ध्यान करने के बाद वो शिकागो (अमेरिका) में विश्व धर्म संसद में भाषण देने के लिए पहुंचे थे. बाद में आगे चलकर दुनिया ने उन्हें स्वामी विवेकानंद के नाम से जाना. कन्याकुमारी में उनके ध्यान ने हिंदू धर्म की रूपरेखा बदल दी थी.