अफगानिस्तान पर हमला करने के बाद तालिबानियों का अगला लक्ष्य है पाकिस्तान, जानिए बड़ा कारण
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तालिबान लड़ाकों में से एक ने कहा कि अलहम्दुलिल्लाह हम अफगानिस्तान में इस्लामी शरिया कानून लाए हैं.
काबुलः अंतर्राष्ट्रीय समुदाय और वैश्विक शक्तियां व्यापक रूप से यह मान रही है कि अफगानिस्तान में तालिबान का तेजी से और आश्चर्यजनक रूप से कब्जा पाकिस्तान के समर्थन के कारण संभव हुआ है, जिसके बारे में कहा जाता है कि वह इसका एक बड़ा लाभार्थी रहा है. हालांकि, अफगानिस्तान में जमीनी हकीकत बिल्कुल अलग दिखती है क्योंकि कई तालिबान लड़ाके पाकिस्तान को अपने हमले के अगले लक्ष्य के रूप में देख रहे हैं.
अभी तो बस शुरुआत है तालिबान नेतृत्व अफगानिस्तान में अपनी सफलता की कहानी का दावा करने का प्रयास करता है, कई लड़ाकों का मानना है कि अफगानिस्तान पर कब्जा करना और इस्लामी शरिया कानून लागू करना उनके संघर्ष का अंत नहीं है, बल्कि यह दुनिया के बाकी हिस्सों में उनके जिहाद के प्रसार की शुरुआत है.
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध में अगर जरूरत पड़ी तो उनका देश ‘अकेला भी खड़ा’ रहेगा. नेतन्याहू का यह बयान, बृहस्पतिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की उस चेतावनी के बाद आया जिसमें कहा गया है कि अमेरिका, इजराइल को दक्षिणी गाजा शहर रफह पर हमले के लिए हथियार मुहैया नहीं करेगा.