अगर यह अनुमान सच निकला तो पेट्रोल-डीजल की कीमतों में और लगेगी आग!
AajTak
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से हर कोई परेशान है. क्योंकि इसका असर हर किसी पर हो रहा है. लोगों की एक ही इच्छा है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती हो. जनता सरकार की तरह उम्मीद भरी नजर से देख रही है.
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से हर कोई परेशान है. क्योंकि इसका असर हर किसी पर हो रहा है. लोगों की एक ही इच्छा है कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कटौती हो. जनता सरकार की तरह उम्मीद भरी नजर से देख रही है. लेकिन सरकार ने पहले ही कीमतों को लेकर हाथ खड़े कर दिए हैं. (Phoito: File) दरअसल, पेट्रोल-डीजल के भाव रोज सुबह तेल कंपनियां तय करती हैं. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के भाव में उतार-चढ़ाव के अनुसार देसी कंपनियां कीमतें तय करती हैं. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय संकेत मिल रहे हैं कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत की उम्मीद कम है. (Phoito: File) अजरबैजान की ऑयल ट्रेडिंग कंपनी सोकार ट्रेडिंग एसए (Socar Trading SA) का अनुमान है कि अगले 18 से 24 महीने में बेंचमार्क ब्रेंट (Brent) ट्रिपल डिजिट को छू सकता है. यानी अंतरराष्ट्रीय बाजारों में ब्रेंट क्रूड यानी कच्चे तेल की कीमतें 100 डॉलर प्रति बैरल के पार जा सकती हैं. (Phoito: File)More Related News
Google AI overview Explained: गूगल सर्च में Gemini पावर्ड AI Overview आ चुका है. भारत में फिलहाल इसे सर्च लैब्स के जरिए यूज किया जा रहा है, लेकिन अमेरिका में ये सभी के लिए रोल आउट हो चुका है. Google Search में AI Overview की वजह से दुनिया की कई बड़़े पब्लिशर्स परेशान हैं. लेकिन ऐसा क्यों है? यूजर्स और पब्लिशर्स के प्वाइंट ऑफ व्यू से AI Overview कैसा है और क्या है इसकी पूरी कहानी आइए समझने की कोशिश करते हैं.