UP: रहस्यमयी बुखार से लोगों में डर का माहौल, मथुरा में कई परिवारों ने छोड़ा घर
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मथुरा में अभी तक 11 बच्चों सहित 13 लोगों की मौत हो चुकी है. मौत के बाद लोगों में डर का माहौल है. फरह के कौंह गांव में 60 परिवार गांव में फैली महामारी के कारण अपने घरों पर ताला लगाकर पलायन कर चुके हैं.
उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में सैकड़ों बच्चे रहस्यमयी बुखार से तप रहे हैं. अचानक बुखार इस कदर बढ़ जाता है कि सांसें थमने लगती हैं. फिरोजाबाद में इस रहस्यमयी बुखार से अब तक 50 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है. वहीं मथुरा में पिछले 15 दिनों में 11 बच्चों की मौत हो गई है. आज सुबह 2 और बच्चों की मौत से प्रशासन हरकत में आ गया है.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
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